Diabates Myths and Facts: आजकल मधुमेह किसी भी उम्र में हो जाता है। मधुमेह अनुवांशिक होने के साथ-साथ गलत जीवनशैली का भी परिणाम है। ऐसे में विशेषज्ञों और गलतियों के मामले में सावधान रहने की सलाह दी जाती है। लगभग हर घर में कोई न कोई मधुमेह रोगी होता है। फिर भी इस बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने की जरूरत है। लोगों में डायबिटीज से जुड़े कई मिथ फैले हुए हैं। डायबिटीज मैनेजमेंट के बारे में सच्चाई जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। ऐसे में आप न्यूट्रिनिस्ट से इसकी सच्चाई जान सकते हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा का कहना है कि डायबिटीज आज के समय की एक बड़ी समस्या है। साथ ही इसके कारणों, उपचार और डायबिटीज आपकी दिनचर्या को कैसे प्रभावित करता है, इस बारे में अभी भी कई भ्रांतियां हैं। इन मिथकों के बारे में सच्चाई जानने से आपको अपने मधुमेह को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है।
शहद और कार्ब्स भी नहीं खा सकते हैं?
न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत के मुताबिक डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए कार्बोहाइड्रेट से दूर रहना ग़लत है। कार्बोहाइड्रेट आपके दुश्मन नहीं हैं। शरीर को कुछ मात्रा में कार्ब्स की जरूरत होती है। मधुमेह होने पर आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप इसका कितना और कब सेवन करें।
यदि आप को ये 3 लक्षण दिख रहे है तो, आप हो सकते हैं शुगर के शिकार; एक्सपर्ट से जानिए
आर्टिफिशियल शुगर शरीर के लिए हानिकारक होती है
पोषण विशेषज्ञ लवनीत के मुताबिक आर्टिफिशियल शुगर इंसुलिन रजिस्टेस को खराब कर सकती है। यही कारण है कि बाजार में कुछ चीजें शुगर फ्री के रूप में उपलब्ध होती हैं लेकिन आपको इसका ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यह शरीर के लिए हानिकारक होता है।
मधुमेह एक लाइलाज बीमारी है?
अक्सर डायबिटीज के मरीजों को बताया जाता है कि एक बार मधुमेह से ग्रस्त होने के बाद जीवन भर यह आपका पीछा नहीं छोड़ता है। लेकिन लवनीत बत्रा बताती हैं कि शरीर में शुगर को कुछ हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। कुछ कारकों को नियंत्रित करके इसे ठीक किया जा सकता है। Webmd के अनुसार, जबकि टाइप 2 मधुमेह का कोई इलाज नहीं है, अध्ययनों से पता चलता है कि कुछ लोगों के लिए मधुमेह को नियंत्रित करना संभव है। आहार परिवर्तन और वजन घटाने के साथ, आप दवा के बिना सामान्य ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने में सक्षम हो सकते हैं।
वजन बढ़ाने किसी भी तरह का फैट ले सकते हैं?
टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों को स्वस्थ वजन बनाए रखने में बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर आप वजन बढ़ाना चाहते हैं तो माना जाता है कि आप जितना चाहें उतना फैट ले सकते हैं। न्यूट्रिनिस्ट बताते हैं कि यह अवधारणा पूरी तरह से गलत है। मधुमेह वाले व्यक्ति को हृदय रोग का खतरा अधिक होता है। हाई कार्ब्स वाले फूड्स खाने से भी खराब LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है और दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में सेहत के लिए हानिकारक माने जाने वाले सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट के सेवन से बचना चाहिए।
दवाई के सहारे ले सकते हैं मीठा?
न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि डायबिटीज की दवाएं लेकर आप जितना मीठा खा सकते हैं खा सकते हैं। यह धारणा सबसे गलत है। क्योंकि मधुमेह रोगियों का आहार हमेशा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए डाइट का ध्यान रखना जरूरी है। दवा खाकर मिठाई खा सकते हैं, ऐसा बिल्कुल न सोचें।