WHO के अनुसार, भारत में कोरोना से 47 लाख लोगों की मौत हुई है। ये सख्या भारत में कोरोना से मरने वालों लोगों के आधिकारिक आंकड़े से 10 गुना अधिक है। भारत सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के इस दावे पर सवाल उठाए हैं, जबकि कुछ लोग अब WHO के इन आकड़ों को लेकर सरकार पर तंज कस रहे हैं। फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने WHO के आंकड़ों को शेयर करते हुए ट्वीट किया है।

फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने ट्विटर पर WHO के आंकड़ों को शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा कि “WHO के मुताबिक भारत में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 47 लाख लोगों ने जान गंवाई। आपने ठीक पढ़ा 47 लाख.. 47 लाख ! पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा। पर मजाल है कि इस देश का मीडिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक भी सवाल पूछे। 47 लाख मौत के बाद भी मीडिया मरणासन्न बना हुआ है।”

फिल्ममेकर विनोद कापड़ी के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। हेमंत पाठक नाम के यूजर ने लिखा कि ‘देश की मीडिया पर सवाल उठाने वाले व विदेशी षड्यंत्र पर नाचने वालों के लिए ताली बजाओ। एक विदेशी संगठन, इनके लिए राजा हरिश्चंद्र हो गया क्योंकि उसने मोदी पर सवाल उठाए है और मोदी इनको बिल्कुल पसंद नहीं।’ प्रकाश नाम के यूजर ने लिखा कि ‘WHO ये किस आधार पर कह रहा है?’

वीरेंद्र सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जनता को कोई फर्क नहीं पड़ता है। जनता खुश है हिजाब, लाउडस्पीकर, हलाल, लव जिहाद, हनुमान चालीसा, अजान में।’ सुनील कुमार नाम की यूजर आईडी से ट्वीट किया गया कि ‘ये लोग जो अपने घर वालों से ज्यादा पड़ोसी को मानते हैं।’ जय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जब जनता को ही इस बात से फर्क नहीं पड़ता तो क्या किया जाए?’

उर्मिला नाम की यूजर ने लिखा कि ‘इसीलिये तो मैं इस देश में जनतंत्र मानती ही नहीं। चुनाव कराना तो एक  ढकोसला है। जनता हर छोटी से छोटी बात के लिए जूझ रही है, राजा और उसके मंत्री ऐश कर रहे हैं।’ तौसीफ नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आपकी इतनी हिम्मत कि आप सरकार से पूछें, अरे पूछना है तो आप विपक्ष से पूछिए।’ जीतेन्द्र यादव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आम काट के खाते है या चूस कर, इतना कठिन सवाल पूछते तो हैं।’

बता दें कि भारत सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कोरोना से मरने वालों की संख्या 5,23,975 है। सबसे जायदा मौतें दूसरी लहर के दौरान, डेल्टा वेरिएंट के कारण हुई थी। भारत में आजकल हर दिन करीब तीन हजार संक्रमित मामले सामने आ रहे हैं। WHO के आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक मौत के मामले में भारत के अलावा रूस,  इंडोनेशिया,  अमेरिका,  ब्राजील और पेरू जैसे देशों का भी नाम शामिल है।’