50,60 और 70 के दशक के मशहूर गायक किशोर कुमार को राज कपूर की आवाज कहा जाता था। मुकेश कुमार ने ‘दोस्त-दोस्त न रहा’, ‘जीना यहां मरना यहां’, ‘कहता है जोकर’, ‘आवारा हूं’ जैसे हिट गाने दिए। आवाज के इस जादूगर का जन्म 22 जुलाई,1923 को दिल्ली में हुआ था। मुकेश का पूरा नाम मुकेश चंद माथुर था।

प्रेमिका की एक झलक पाने के लिए किया यह काम

मुकेश ने 10वीं क्लास के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और पीडब्लूडी में नौकरी करने लगे थे। मुकेश हमेशा से ही फिल्मों में काम करना चाहते थे। एक बार मुकेश अपने रिश्तेदार मोतीलाल की बहन की शादी में गाना गा रहे थे। मोतीलाल को मुकेश की आवाज इतनी पसंद आ गई कि वो उन्हें मुंबई लेकर आ गए। मुकेश मोतीलाल के घर रहा करते थे। मोतीलाल उनके रिश्तेदार थे। यहीं उनकी मुलाकात बेची से हुई। एक रात बची बेन की मुकेश को बेहद याद सताने लगी। बाहर जोरदार बारिश हो रही थी।

उन्होंने मोतीलाल को उठाया और बोले चल मोती बेची से मिलना है। दोनों ने टैक्सी पकड़ी और बेची के घर के ठीक सामने रोकी। मुकेश तेज बारिश में सड़क पर खड़े होकर बची की खिड़की की ओर निहारने लगे। मुकेश को बाहर बारिश में खड़े हुए 1 घंटे बीत चुके थे। ठंड से शरीर थर-थर कांपने लगा। मगर वहां से वे हिले नहीं। लगभग दो बजे बची ने अपनी खिड़की का दरवाजा खोला और मुकेश को कांपते हुए देखा। कांपते हुए मुकेश पर उन्होंने एक शॉल गिराया। जब मुकेश ने बची को जी भर देख लिया तो टैक्सी में बैठते हुए बोले चल मोती बहुत देख लिया।

जन्मदिन पर भागकर की थी शादी

दोनों का प्यार की बात जब बेची के घर वालों को पता चली तो उन्होंने बेची का घर ने निकलना बंद करवा दिया। एक दिन बेची ने व्रत रखा और घर वालों से कह दिया कि जब तक पूजा नहीं करेंगी, खाना नहीं खाएंगी। परिवार ने उन्हें मंदिर जाने दिया। उन्होंने टैक्सी पकड़ी और मुंबई के उपनगर कांदीवली के हनुमान मंदिर चली गईं जहां मोतीलाल शादी की तैयारियां करके रखे थे। यहीं मुकेश के जन्मदिन यानी 22 जुलाई को दोनों ने शादी की रचा ली।

अमेरिका में एक स्टेज शो के दौरान मुकेश की मौत हो गई थी

27 अगस्त, 1976 को अमेरिका में एक स्टेज शो में मुकेश परफॉर्म कर रहे थे और उस वक्त वो गाना गा रहे थे ‘एक दिन बिक जाएगा माटी के मोल, जग में रह जाएंगे प्यारे तेरे बोल।’ इस गाने को गाते हुए उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनका निधन हो गया।