आमिर खान की फिल्म ‘लगान’ भारत की तरफ से आखिरी फिल्म थी, जिसे ऑस्कर में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर कैटेगरी के लिए नॉमिनेट हुई थी। दो दशक पहले जब ये फिल्म ऑस्कर के लिए गई थी, उस वक्त इस कैटेगरी को बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म कहा जाता था। अब एक बार फिर आमिर खान के प्रोडक्शन में बनी फिल्म ‘लापता लेडीज’ भी Oscar के लिए नॉमिनेट हुई है। इस फिल्म का डायरेक्शन आमिर की पूर्व पत्नी किरण राव ने ही किया है।

एक पुराने इंटरव्यू में शाहरुख खान ने ऑस्कर के लिए इंडियन फिल्म के नॉमिनेशन को लेकर एक बयान दिया था। उन्होंने कहा था, “लगान एक आर्ट और कमर्शियल फिल्म का एक मिश्रण थी और यह एक बेहतरीन फिल्म बनी थी। लेकिन हमें अपनी फिल्मों का फॉर्मेट बदलना होगा। अगर मुझे आपकी पार्टी में इनवाइट किया जाता है, तो मुझे आपके बताए गए कोड के हिसाब से तैयार होना होगा। मैं ढाई घंटे और पांच गानों का अपना कोड नहीं पहन सकता। हमें इसे बदलना होगा।”

अब आमिर खान ने इस बात का जवाब देते हुए कहा है, “नहीं, मैं इससे सहमत नहीं है, मैं सहमत नहीं हूं, क्योंकि ‘लगान’ तीन घंटे और 42 मिनट की थी। इसमें 6 गाने थे और ये नॉमिनेट हुई थी। नॉमिनेट होने के लिए मेंबर्स को आपकी फिल्म पसंद आनी चाहिए। ‘लगान’ ने ये साबित किया कि गानों के साथ फिल्म, वो भी लंबे गाने, ये अकादमी के सदस्यों के लिए प्रॉब्लम नहीं है। मेरे मुताबिक आपका काम कितना अच्छा है ये उसपर निर्भर करता है और आप कैसे लोगों के दिल तक पहुंचते हो। आखिरकार मेंबर्स भी तो इंसान ही हैं न।”

आमिर ने बताया कि ऑस्कर नॉमिनेशन पाने की जो प्रोसेस होती है वो इतनी आसान नहीं होती। उन्होंने कहा, “लोग भूल जाते हैं कि ये ऑस्कर के लिए सबसे मुश्किल कैटेगरी होती है, क्योंकि जब आप बेस्ट फिल्म के लिए कम्पीट कर रहे होते हैं तो आपका मुकाबला बहुत लिमिटेड फिल्मों के साथ होता है, लेकिन जब आप बेस्ट इंटरनेशनल फीचर कैटेगरी के लिए जाते हैं तो आप हर एक देश की फिल्म से कम्पीट कर रहे होते हैं।”

“अब भारत को देखा जाए, हम एक साल में 1000 फिल्में बनाते हैं। भारत की तरफ से चुने जाने के लिए पहले आपको उन 1000 फिल्मों का मुकाबला करना पड़ता है, लोग ये भूल जाते हैं। और फिर आप वहां हैं जहां 80 और फिल्में हैं। और 80 फिल्मों के बीच नॉमिनेट होना अपने आप में कठिन है। भारत के लिए हमारे पास हर साल नॉमिनेशन नहीं होने का कारण यह है कि ईरान से, जर्मनी से, फ्रांस से, दुनिया भर से फिल्में आती हैं।”

बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब दोनों के बीच ऐसे किसी मुद्दे को लेकर असहमति हुई हो। दोनों कई मौकों पर एक दूसरे पर जुबानी वार करते दिखे हैं। शाहरुख ने आमिर की फिल्म के प्रमोशन के तरीके को छिछोरापन बताया था। खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…