गायक अदनान सामी ने हाल ही में दिवंगत गायिका लता मंगेशकर के साथ अपने करीबी रिश्ते के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि उनके पिता अरशद सामी खान ‘भारत कोकिला’ के बहुत बड़े फैन थे और उनकी लोरी “धीरे से आजा री अंखियों में” सुना करते थे। आखिरी वक्त में भी उन्होंने ये गाना सुना था और वो भी लता मंगेशकर के मुंह से।

बॉलीवुड बबल से बातचीत के दौरान, सामी ने मंगेशकर के साथ अपने निजी रिश्ते के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने कहा, “भारत रत्न होने के अलावा, वो भारत की कोकिला थीं और वो भारत के माइक्रोफोन और स्पीकर्स की शोभा बढ़ाने वाली सर्वश्रेष्ठ आवाज थीं।” अपने पिता के बारे में बात करते हुए सामी ने कहा, “एक और ख़ास बात ये थी कि वो मेरे पिता की पसंदीदा थीं। वो उन्हें सुनते हुए बड़े हुए थे और उनके सभी गाने गा सकते थे। व्यक्तिगत सम्मान के अलावा, उनके साथ काम करना मेरे लिए बहुत ही अद्भुत अनुभव था, जिससे मेरे पिता को बहुत गर्व हुआ।”

एक बार, जब अदनान सामी अपने पिता की कैंसर से जूझते हुए हौसला बढ़ाना चाहते थे, तो उन्होंने लता मंगेशकर को फोन करने का फैसला किया। अदनान ने कहा, “दरअसल, वे सचमुच मृत्युशय्या पर थे, उन्हें कैंसर था। उस समय वे मुंबई में थे। जब आपका कोई प्रिय व्यक्ति इतनी अंतिम अवस्था में ऐसे पीड़ित हो, और एक शुभचिंतक के रूप में आप उसके बगल में खड़े हों, तो आप खुद को असहाय महसूस करते हैं, क्योंकि आप कुछ नहीं कर सकते।”

उन्होंने आगे कहा, “एक दिन, उन्हें खुश करने के लिए, मैंने दीदी को फोन किया और उन्हें बताया। वे कई साल पहले मेरे पिताजी से मिली थीं। मैंने उन्हें उनकी हालत के बारे में बताया और कहा कि मैं चाहता हूं कि वे बस उनसे बात करें, इससे उनका मन खुश हो जाएगा। मुझे याद है कि मैं उनके पास गया था। वे बिस्तर पर थे, और उन्हें हैरानी हुई कि दीदी फोन पर थीं। अचानक, उनका चेहरा खिल उठा और फिर वे लगातार बताते रहे कि कैसे वे बचपन से ही उन्हें सुनते आ रहे हैं। उनकी आंखों से आंसू बह रहे थे और वे गा रही थीं। उन्हें इतना शांत देखकर, ये मेरे लिए एक भावुक पल था। जहां वो मेरे साथ खड़ी थीं।”

अदनान सामी की बेटी मदीना के जरिए भी दोनों गायक जुड़े रहे। वो अपनी तस्वीरें लता मंगेशकर के साथ शेयर करते थे और मदीना उन्हें एडिट करती थीं। “उनका एक शौक फोटोग्राफी और फोटो एडिटिंग था। जब मेरी बेटी पैदा हुई, तो मैंने उन्हें तस्वीरें भेजीं। उन्होंने तस्वीरों को एडिट किया और मुझे वापस भेज दिया। वो बस उस चीज पर ज़ूम करती थीं जो उन्हें प्यारी लगती थी, जैसे कि उसका पैर का अंगूठा। उनके जीवन के अंत तक, मैं लगातार तस्वीरें शेयर करता रहा और वोउनमें कलर करेक्ट करती थीं। अदनान ने कहा, “वो मेरे लिए बहुत खास थीं।”,