भारतीय सिनेमा में विशिष्ट योगदान देने और चुपके-चुपके, अनुपमा, आनंद, अभिमान, गुड्डी, गोलमाल और नमक हराम जैसी यादगार फिल्में बनाने वाले ऋषिकेश मुखर्जी की पहचान एक तेज-तर्रार निर्देशक के तौर पर थी। ऋषिकेश किसी भी एक्टर को शूट किए जाने वाले सीन की जानकारी नहीं देते थे। किसी को भी इस बात का अंदाजा नहीं होता था कि अगले दिन शूट किए जाने वाले सीन में उसे क्या रोल मिलने वाला है। बस सीन के हिसाब से कॉस्ट्यूम कलाकारों को थमा दी जाती थी। बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र और और अमिताभ बच्चन को ऋषिकेश मुखर्जी की इस आदत के बारे में जानकारी नहीं थी। इसी वजह से दोनों को निर्देशक ऋषिकेश से ऐसी डांट पड़ी थी कि दोनों के मुंह लटक गए। आइए जानते हैं इस पूरे दिलचस्प किस्से के बारे में …

इस फिल्म में थे अमिताभ और धर्मेंद्र: ऋषिकेश मुखर्जी ने सन 1975 में एक फिल्म बनाई थी ‘चुपके-चुपके’। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र लीड रोल में थे। उनके साथ फिल्म में असरानी और ओमप्रकाश भी थे। हाल ही में एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में असरानी ने बताया कि पहले बजट की पाबंदी होती थी और कलाकारों को पुरानी फिल्मों से कपड़े मिलते थे।

जैसा कि ऋषि दा की आदत थी कि वह सीन के बारे में किसी को पहले से कुछ नहीं बताते थे। उन्होंने एक सीन में मुझे सूट पहनने के लिए दिया और धर्मेंद्र को ड्राइवर के कपड़े। हम दोनों को ही सीन पता नहीं था इसलिए हम परेशान हो गए। धर्मेंद्र डर गए। वहीं ऋषिकेश मुखर्जी शूटिंग सेट पर आराम से शतरंज की बिसात पर शह-मात को खेल खेलने में बिजी थे। ऐसे में धर्मेंद्र ने मुझसे पूछा कि ‘क्या मैं तुम्हारा ड्राइवर बना हूं ?’ इस पर मैंने कहा ‘मुझे भी नहीं पता है’।

‘कहानी की समझ होती तो हीरो होते’: असरानी ने आगे बताया कि जब हमारी बाते ऋषि दा के कानों में पड़ी तो गुस्से में चिल्लाए ऐ धरम असरानी से क्या पूछ रहा है। यह सुनते ही धर्मेंद्र डर गए। इसी बीच अमिताभ बच्चन पहुंच गए। उन्हें थोड़ी देर पहले हुई घटना की जानकारी नहीं थी। उन्होंने भी मुझे देख पूछ लिया ‘तुम आज सूट में कैसे ?’ इस बार ऋषि दा के गुस्से का शिकार अमिताभ भी हो गए। उन्होंने डांटते हुए कहा कि ‘ऐ अमित तुम क्या पूछ रहे हो ? तुम लोगों को अगर कहानी या सीन की इतनी समझ होती तो फिल्म में हीरो नहीं डायरेक्टर नहीं होते।

जलसा में हुई थी ‘चुपके-चुपके’ की शूटिंग: यह फिल्म अमिताभ-धर्मेंद्र के फिल्मी करियर की एक यादगार फिल्म बनी। फिल्म में जया बच्चन और शर्मिला टैगोर भी थीं। बता दें जिस घर में इस फिल्म की शूटिंग हुई थी उसे बाद में अमिताभ बच्चन ने खरीद लिया था। इस घर में चुपके-चुपके, आनंद, नमक हराम, सत्ते पे सत्ता और कई फिल्मों की शूटिंग हुई थी’।