बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 का दूसरा चरण बेहद ही महत्वपूर्ण होने वाला है। दूसरे चरण में नंदीग्राम सीट के लिए वोटिंग होनेवाली है जहां से ममता बनर्जी बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं हैं। 1 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए मंगलवार को चुनाव प्रचार थम गया। इस चुनाव प्रचार में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने पूरी ताकत झोंक दी तो अमित शाह सहित बीजेपी के कद्दावर नेताओं ने भी जमकर प्रचार किया। चुनाव प्रचार के दौरान ममता बनर्जी ने मंगलवार को अपने गोत्र का जिक्र कर दिया जिसके बाद से विपक्षी बीजेपी पार्टी उन पर खूब हमले कर रही है।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा टीवी चैनलों पर ममता बनर्जी पर खूब हमलावर हैं। न्यूज़ 18 इंडिया के डिबेट शो पर संबित पात्रा ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता बनर्जी का राहुलीकरण हो गया है। उन्होंने कहा, ‘बड़ा आश्चर्य का विषय है, ममता जी का भी राहुलीकरण हो गया है। 2019 के चुनाव से पहले जो लक्षण राहुल गांधी जी के थे वही लक्षण हारने से पहले ममता बनर्जी के भी आ रहे हैं।’
संबित पात्रा ने आगे कहा, ‘इसको मेडिकल भाषा में K-K सिंड्रोम अर्थात खेला खत्म सिंड्रोम कहते हैं। मतलब खेला खत्म होनेवाला है। उससे पहले ये लक्षण दिखते हैं। पहला लक्षण- चुनाव आयोग बिक गया है। दूसरा लक्षण- ईवीएम मशीन खराब है, कुछ भी दबाते हैं तो वोट कमल को जाता है।’
संबित पात्रा ने आगे बताया कि ममता बनर्जी का खुद को ब्राह्मण साबित करने पर तुले रहना खेला खत्म का तीसरा लक्षण है। ममता बनर्जी का अपना गोत्र बताना संबित पात्रा के अनुसार, K-K सिंड्रोम का चौथा लक्षण है।
ममता बनर्जी के गोत्र बताने को लेकर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी उन पर तंज कसे हैं। गिरिराज सिंह ने कहा, ‘मुझे तो कभी गोत्र बताने की जरूरत नहीं पड़ी, मैं तो लिखता हूं, लेकिन ममता बनर्जी चुनाव हारने के डर से गोत्र बताती हैं। ममता बनर्जी आप मुझे बता दीजिए कि कहीं रोहिंग्या और घुसपैठियों का गोत्र भी शांडिल्य नहीं है न।’
उनके इस बयान का टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कड़ा जवाब दिया है, ‘केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह कहते हैं कि ममता का गोत्र रोहिंग्या का गोत्र है। हमें इस पर गर्व है। ये चोटीवाले राक्षस वंश से तो कही बेहतर है।’