‘द कश्मीर फाइल्स’ को रिलीज हुए एक साल से अधिक हो चुका है। फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री अब अगली फिल्म रिलीज करने की तैयारी कर रहे हैं। उनकी फिल्म ‘द वैक्सीन वार’ आने वाली है। ये फिल्म स्वदेशी बीबीवी152 वैक्सीन, जिसे आमतौर पर कोवैक्सिन के नाम से जाना जाता है, उसे बनाने में सहायक वैज्ञानिकों की कहानी के बारे में है। फिल्म इसी महीने के अंत में यानी 28 सितंबर को रिलीज हो रही है। डायरेक्टर अपनी फिल्म का जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं। इसी बीच उन्होंने स्टार्स को पूजे जाने और बॉलीवुड की संस्कृति की आलोचना करते हुए खुलकर बात की है।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए विवेक अग्निहोत्री ने उन्हें प्वाइंट आउट किया जो स्टार्स को दीवामों की तरह पूजते हैं। उनके मुताबिक ऐसे लोगों को उनकी फिल्म पसंद आए, ये जरूरी नहीं है। अग्निहोत्री ने कहा कि उनके दर्शक वह हैं जो उनके खुद के जीवन और जिस समाज में वे रहते हैं उसकी सच्चाई देखना चाहते हैं।
इसके अलावा फिल्ममेकर ने बॉलीवुड को भ्रष्ट बताया। इंडस्ट्री के लोगों के बारे में अग्निहोत्री ने कहा,”उन्हें लगता है कि दर्शक मूर्ख हैं। उन्हें लगता है कि सितारे ही सब कुछ हैं, और परिणामस्वरूप, आप लेखकों और निर्देशकों के नाम नहीं जानते हैं। इस प्रकार यह एक फासीवादी व्यवस्था की तरह है जहां तानाशाह सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है। मैं उस प्रणाली को चुनौती देता हूं, यही कारण है कि मैं हमेशा खुद को भारतीय सिनेमा के रूप में बताता करता हूं।”
विवेक अग्निहोत्री ने इस बात पर जोर दिया कि उनका उद्देश्य “द वैक्सीन वॉर’ को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करना है ताकि यह प्रदर्शित किया जा सके कि भारत अब ‘यह नहीं कर सकता’ देश नहीं है। अग्निहोत्री ने आगे स्पष्ट किया कि ‘वैक्सीन वॉर’ कोविड-19 के आसपास केंद्रित नहीं है, बल्कि इस पर केंद्रित है कि भारतीय वैज्ञानिकों, विशेषकर महिलाओं ने, इसके खिलाफ एक टीका कैसे तैयार किया।
रजनीकांत को बताया अपना आदर्श
विवेक अग्निहोत्री ने बॉलीवुड को भ्रष्ट बताने के बाद साउथ इंडियन एक्टर्स की तारीफ की। अग्निहोत्री ने कहा, “रजनीकांत को देखिए, वह बिना दिखावे के घूमते हैं। वह मेरे आदर्श हैं। यहां सबसे बड़े स्टार्स भी बहुत साधारण होते हैं। हाल ही में मैंने चिरंजीवी को देखा, वह चप्पल में घूम रहे थे। मुझे ये पसंद है, मुझे घमंडी स्वभाव नहीं पसंद।”