उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं जिसके मद्देनजर विपक्षी पार्टियां योगी आदित्यनाथ सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की कोशिश में हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की यात्रा पर हैं तो वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी बीजेपी पर लगातार निशाना साध रहे हैं। पंचायत चुनाव में हुई हिंसा और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार को लेकर भी योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर हैं। इसी मुद्दे को लेकर एक टीवी डिबेट में कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और बीजेपी प्रवक्ता शाजिया इल्मी के बीच तीखी बहस हो गई।
इंडिया टीवी के डिबेट शो ‘कुरुक्षेत्र’ में बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश को लेकर झूठ लिखा जा रहा है जिस पर सुप्रिया श्रीनेत भड़क गईं और बोलीं, ‘शाजिया जी डिबेट करने आईं हैं तो सच सुनने का माद्दा रखिए और जानिए कि सच क्या है। कह रही हैं उत्तर प्रदेश के बारे में झूठ लिखा जा रहा है? बकवास कर रही हैं आप। 64 लाख लोगों को डबल वैक्सीनेशन लगा है उत्तर प्रदेश में। कौन से 3 करोड़ लोगों की बात कर रही हैं आप? सिंगल डोज तीन करोड़ की बात करती है आप।’
उनको टोकते हुए बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ‘तमीज से बात करिए, मैं बकवास नहीं कर रही और न ही इजाजत दूंगी आपको खुद के साथ बदतमीजी करने की। तमीज और तहजीब की कमी है आप में लेकिन मेरे साथ मैं आपको बदतमीजी नहीं करने दूंगी। आधिकारिक आंकड़ों को बकवास नहीं कह सकतीं आप।’
भाजपा प्रवक्ता कैसे बौखला कर बिफर गयी @SupriyaShrinate जी के डेटा, साक्ष्य के साथ तथ्यों पर बात करने पर ..!
ना सच बोलूंगा ना बोलने दूंगा अभियान की शुरुआत कर दिया है?
डिबेट करने भाजपा की प्रवक्ता आई हैं या फिर डिरेल करने मुद्दे से..! pic.twitter.com/XifxRkdotQ— Nikhil Kumar (@nikhilkumarIND) July 17, 2021
जवाब में सुप्रिया श्रीनेत बोलीं, ‘किस तरह की सिरफिरी बातें करती हैं आप? आपको न राजनीति समझ आती है न इतिहास। सच तो ये है शाजिया इल्मी जी कि आपको व्हाट्सएप पर लिखना पड़ता है कि मुझे प्राथमिकता नहीं दी जा रही और वो व्हाट्सएप भी भाजपा वाले लीक कर देते हैं। ये राजनीतक अहमियत है आपकी।’
बीजेपी प्रवक्ता ने डिबेट के दौरान कहा कि उन्हें नहीं पता पंचायत चुनाव में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किन लोगों ने किया। उनकी इस टिप्पणी पर सुप्रिया श्रीनेत ने गुस्से में कहा, ‘आप एक महिला हैं और कह रही हैं कि मुझे नहीं पता कौन लोग थे, पता नहीं होने से आप चुप हैं इस मुद्दे पर? क्या बेकार की बातें करती हैं आप? जिसका मुख्यमंत्री चुप है जिसका प्रधानमंत्री चुप और आप बेकार की बातें कर रही हैं। क्या बेहुदगी है।’