अभिनेता तुषार कपूर ने घोषणा की कि उनकी आगामी फिल्म ‘मारीच’ नौ दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। वरिष्ठ अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अभिनीत यह फिल्म अक्षय कुमार अभिनीत ‘लक्ष्मी’ के बाद, अपने बैनर तुषार एंटरटेनमेंट हाउस के माध्यम से एक निर्माता के रूप में कपूर की दूसरी फिल्म है। ‘मारीच’ ध्रुव लाठेर द्वारा लिखित और निर्देशित है और इसमें कपूर एक पुलिस अधिकारी की भूमिका में हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह फिल्म कई कारणों से मेरे दिल के बहुत करीब है। एक निर्माता के रूप में ‘लक्ष्मी’ के बाद ‘मारीच’ मेरी दूसरी फिल्म है और मैं बहुत लंबे समय के बाद नसीरुद्दीन शाह साहब के साथ फिर से जुड़ने जा रहा हूं।’ कपूर ने कहा, ‘फिल्म ने मुझे एक अभिनेता के रूप में कई स्तरों पर चुनौती दी है क्योंकि यह उस काम से बहुत अलग है जिससे मैं पहले जुड़ा हुआ हूं, मुझे उम्मीद है कि दर्शकों को मेरा यह नया रूप पसंद आएगा। नौ दिसंबर को सिनेमाघरों में दर्शकों के लिए ‘मारीच’ लाने को लेकर बहुत उत्साहित हूं।’ कपूर और शाह ने इससे पहले 2011 की प्रशंसित फिल्म ‘द डर्टी पिक्चर’ में एक साथ अभिनय किया था।
कंगना रनौत की ‘इमरजंसी’ में अभिनेता विशाख नायर भी काम करेंगे
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म ‘इमरजंसी’ में अभिनेता विशाख नायर को संजय गांधी की भूमिका के लिए चुना गया है। निर्माताओं ने बृहस्पतिवार को इसकी घोषणा की। कंगना रनौत द्वारा लिखित और निर्देशित ‘इमरजेंसी’ में भारत के राजनीतिक इतिहास के एक महत्त्वपूर्ण दौर की कहानी दिखाई जाएगी। रनौत इस फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका में दिखेंगी।
नायर ने मुख्य रूप से ‘आनंदम’, ‘पुथन पनम’ और ‘चंकज’ जैसी मलयालम फिल्मों में अभिनय किया है। ‘इमरजंसी’ में अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, महिमा चौधरी और मिलिंद सोमन जैसे अभिनेता काम कर रहे हैं। रनौत ने एक बयान में कहा, ‘‘संजय, श्रीमती गांधी के जीवन के सबसे महत्त्वपूर्ण लोगों में से एक हैं। इसके लिए, मुझे किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता थी जिसने अपनी मासूमियत के साथ एक ऐसे व्यक्ति की भूमिका निभाए जो एक ही समय में ‘चतुर’ भी हो, काबिल हो और भावुक भी हो।
एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत थी जो भाव-भंगिमाओं का इंद्रधनुष हो, जो हर तरह की भावना को अभिनय के जरिए दिखा सकता हो। संजय अपनी मां का विस्तार हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने छह महीने से अधिक समय तक चेहरे की तलाश की और अब मैंने उस चेहरे को ‘लान्च’ करने का फैसला किया है।
मुझे खुशी है कि अवनीत के बाद मैं एक बहुत बड़े पैमाने की फिल्म में एक नया चेहरा ‘लान्च’ कर रही हूं। विशाख एक जबरदस्त अभिनेता हैं।और उन्होंने मलयालम फिल्मों में बहुत कुछ किया है। यह उनकी पहली हिंदी फिल्म है और मुझे यकीन है कि वह संजय के किरदार के साथ अच्छा न्याय करेंगे।’’
इंदिरा गांधी द्वारा 1975 से 1977 तक 21 महीने की अवधि के लिए आपातकाल लगाया गया था, जब लोगों के मौलिक अधिकारों पर सख्त अंकुश लगा दिया गया था। नायर ने कहा कि वह अपनी पहली हिंदी फिल्म में ‘‘ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण और रहस्यपूर्ण व्यक्ति’’ की भूमिका निभाने के लिए उत्साहित हैं। अभिनेता ने कहा, ‘‘मैं इस तरह की अविश्वसनीय फिल्म का हिस्सा बनने का अवसर दिए जाने के लिए वास्तव में आभारी हूं। कंगना मैम के साथ काम करना खुशनुमा और सीखने का एक शानदार अनुभव भी रहा है। ऐसे कुशल कलाकारों के साथ काम करना बड़ी बात है। मुझे अब तक एक अभिनेता के रूप में इस तरह की भूमिका में खुद को पेश करने का अवसर नहीं मिला है।’’ मणिकर्णिका फिल्म्स की प्रस्तुति ‘इमरजेंसी’ रेणु पिट्टी और रनौत द्वारा निर्मित है। पटकथा और संवाद रितेश शाह के हैं।