जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकवादी पकड़ा गया। अब दावा किया जा रहा है कि वह बीजेपी का सक्रिय सदस्य रह चुका है। बताया जा रहा है कि वह जम्मू में भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा का सोशल मीडिया प्रभारी भी था। तालिब हुसैन शाह को उसके साथियों के साथ को जम्मू के रियासी इलाके में ग्रामीणों ने पकड़ा। आतंकियों के पास से दो एके राइफल, ग्रेनेड और गोला-बारूद बरामद किया गया है। इस पर अब फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने तंज कसा है।

विनोद कापड़ी ने ट्वीट कर लिखा कि “नहीं! कह दो कि ये झूठ है।” एक अन्य ट्वीट में विनोद कापड़ी ने लिखा कि “पता किया जाना चाहिए कि BJP IT CELL में ये आतंकवादी किसे रिपोर्ट करता था?” विनोद कापड़ी के इस ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं: नवीन मित्तल ने लिखा कि ‘बीजेपी आईटी सेल का हो या कोई और आतंकवादी है, वही अंजाम होगा जो एक आतंकवादी का होना चाहिए।’ केतन सुतार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘भाई ये तो NIA जांच करेगा, वैसे तो किसी के मुंह या बातों से पता तो चलता ही नहीं है कि वो कितना बड़ा गद्दार है, फिर वो कोई पत्रकार हो, नेता हो या कोई और!’

डीके जागरूक नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आखिर जिन्हें ये आतंकी कहते हैं, इनके लिंक बीजेपी या इनके नेताओ से कैसे होते हैं।’ व्यंकटेश नाम के यूजर ने लिखा कि ‘फिर भी भाजपा कुछ मुस्लिम पार्टियों/विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने के लिए जम्मू-कश्मीर के साथ खिलवाड़ करना चाहती है। आशा है कि इससे उनकी आंखें खुलेंगी।’

कांग्रेस नेता सलमान निजामी ने लिखा कि ‘भाजपा आईटी सेल प्रभारी अल्पसंख्यक मोर्चा और आतंकवादी तालिब हुसैन की चल रही अमरनाथ यात्रा पर हमला करने की योजना को स्थानीय लोगों ने निष्क्रिय कर दिया। उन्होंने उसे पकड़ने में साहस दिखाया। हैरानी की बात है कि तालिब हुसैन को हाल ही में भाजपा द्वारा आईटी प्रमुख अल्पसंख्यक मोर्चा नियुक्त किया गया था!’

बता दें कि इस पूरे विवाद पर जम्मू कश्मीर भाजपा की तरफ से कहा गया है कि तालिब हुसैन का कोई रिकॉर्ड भाजपा के पास नहीं है और ना ही वो कोई पदाधिकारी था। प्रदेश अध्यक्ष से वह एक पत्रकार के तौर पर मिला था। उसका मकसद भाजपा के ऑफिस का रेकी करना और भाजपा की गतिविधियों को आतंकियों के साथ साझा करना था।