Rohitash Gaud: एंड टीवी के बहुचर्चित शो ‘भाभी जी घर पर हैं’ में मनमोहन तिवारी का किरदार कर रहे रोहिताश गौड़ आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। छोटे परदे के वे काफी लोकप्रिय कलाकार बन चुके हैं। हालांकि यहां तक पहुंचने का उनका सफर काफी दिलचस्प और संघर्षोंभरा रहा है। एक समय ऐसा आया कि उन्हें डॉक्टर ने मुंबई छोड़ने के लिए कह दिया था। दरअसल दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से पढ़ाई पूरी करने के बाद साल 1989 में वह एक्टर बनने मुंबई चले आए। यहां का स्ट्रगल देखकर वो काफी हैरान थे। यहां वह एक ऐसे कमरे में रहने लगे थे जिसमें पहले से ही 5-6 लोग रहा करते थे।

इस बारे में बात करते हुए रोहिताश ने एक इंटरव्यू में काफी कुछ कहा था। बकौल रोहिताश एक ही कमरे में कई लोग रहा करते थे। एक बार मकान मालकिन ने अपने बेटे का जन्मदिन मनाने को लेकर कमरा खाली कर छत पर सोने के लिए बोली। विरोध के बावजूद भी वह नहीं मानीं। हमें छत पर ही सोना पड़ा लेकिन प्लेन की आवाजों की वजह से नींद नहीं आ रही थी। किसी तरह नींद आई लेकिन सुबह जब उठने की कोशिश कर रहा था मुझसे उठा नहीं गया। टंकी के पानी के रिसाव के चलते मेरी पूरी पीठ गिली हो गई थी। किसी तरह दोस्त डॉक्टर के पास लेकर गए जहां डॉक्टर ने हैरान करने वाली बात कही।

डॉक्टर ने रोहिताश के एक्सरे देखकर बोला कि तुम्हारी पीठ पूरी तरह से जाम हो गया है। मल्टीपल डिस्क एक-दूसरे से जुड़े गए हैं। इस वजह से डॉक्टर ने उन्हें तुरंत मुंबई छोड़कर जाने को कहा क्योंकि मौसम अनुकूल नहीं था। इस हादसे से वे काफी डर गए और मुंबई छोड़ दुबारा दिल्ली आ गए। काफी समय बाद वह एक बार फिर मुंबई गए। और सतीश कौशिक ने ‘मुझे चांद चाहिए’ में पद्मिनी कोल्हापुरी की बहन तेजस्वी कोल्हापुरी के कहने पर पहला ब्रेक मिला। रोहिताश गौड़ जय हनुमान, लापतागंज, भाबीजी घर पर हैं, वीर सावकर सहित कई फिल्मों में अपने काम का जौहर दिखा चुके हैं।

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