चर्चित लेखक-विचारक तारिक फतेह ने कहा है कि आमिर और शाहरुख खान जैसे स्टार्स को आगे आकर मौलवियों को कहना चाहिए कि वे लोगों को भड़काना बंद करें। आमिर खान को मुस्लिमों के नजरिये से फिल्म बनानी चाहिए। इन स्टार्स की फैन फालोइंग लंबी है, इसलिये लोग इनकी बात सुनेंगे। फतेह ने, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह पर भी कटाक्ष किया है।
तारिक फतेह ने कहा कि आमिर खान की पूर्व पत्नी ने कहा था कि उनको भारत में रहने में डर लगता है। उनको दुनिया के दूसरे मुल्कों में जाकर देखना चाहिए कि वहां मुसलमान किस हालत में रह रहे हैं। यदि आपको भारत में खतरा महसूस हो रहा है तो इसका मतलब ये है कि आपको दुनिया के बारे में कुछ अता-पता ही नहीं है।
‘सलमान खान अच्छे इंसान’: दैनिक भास्कर.कॉम से बातचीत के दौरान जब तारिक फतेह से पूछा गया कि क्या वे सलमान, आमिर और शाहरुख को मुस्लिमों के मसले पर फिल्म बनाने की सलाह देंगे? उन्होंने कहा, ‘सलमान खान तो अच्छे शख़्स हैं, बाकी दोनों (आमिर और शाहरुख) के प्रशंसकों की संख्या अच्छी है, उन्हें सामने आना चाहिए।’
बहक जाते हैं नसीरुद्दीन शाह: इसी बातचीत में तारिक फतेह ने अभिनेता नसीरुद्दीन शाह पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि वो यूं तो अच्छे इंसान हैं, लेकिन कभी-कभी दबाव में आकर गलत बयानी कर जाते हैं। फतेह ने नूपुर शर्मा के विवादित बयान पर कहा कि ‘नूपुर शर्मा का बयान ठीक नहीं था लेकिन शिवलिंग को लेकर उन पर भी तंज कसे गये थे।’
औरंगजेब-तैमूर अब नहीं आने वाले: नुपूर शर्मा मामले को लेकर पिछले दिनों हुई हिंसा पर फतेह ने तीखी टिप्पणी की और कहा कि ‘इसमें देश को बांटने वाली शक्तियों का हाथ था। ये लोग यह नहीं सोचते कि औरंगजेब, मुगल, तैमूर अब नहीं आने वाले। जब तक काफिर शब्द का इस्तेमाल होगा, तब तक मुसलमान हिन्दुस्तानी नहीं बन सकता।’
योगी सरकार द्वारा हिंसा के आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाये जाने को गलत बताते हुए तारिक फतेह ने कहा कि ‘योगी जी जानते हैं कि कैसे सब मेंटेन करना है लेकिन घर तोड़ा जाना ट्रेजडी है। उसमें पैसा और समय लगता है। मुसलमानों का कसूर है कि अरब देशों की शिकायत पर वो खुशी मना रहे हैं। परेशानी की बात ये है कि हिन्दुस्तानी मुसलमान अभी तक खुद को हिन्दुस्तानी समझ ही नहीं पाए हैं।’
शेख जब बच्चे खरीदते हैं तब ओवैसी क्यों नहीं बोलते?: फतेह ने असदुद्दीन ओवैसी पर भी हमला बोला और कहा कि ‘वह तब नहीं बोलते, जब अरब मुल्कों के शेख हैदराबाद आकर बच्चों को खरीद कर ले जाते हैं। मौलिवियों को बस उकसाने का बहाना चाहिए, मारकाट के अलावा इन्हें कुछ सूझता ही नहीं है।’
जावेद अख़्तर से हो चुकी है भिड़ंत: आपको बता दें कि तारिक फतेह अपने बेबाक बयानों के लिए चर्चित हैं। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर उनकी गीतकार जावेद अख़्तर से तीखी बहस हो गई थी। फतेह ने लिखा था कि भारत में देश के लुटेरों और आक्रांताओं को महिमामंडित करना सिखाया जाता है। जावेद अख़्तर ने पलटवार करते हुए कहा था सऊदी अरब में 11 साल बिताने वाला शख़्स हमें सेक्युलरिज्म का पाठ पढ़ा रहा है…।’