सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच करने के लिए मुंबई पहुंचे पटना एसपी बिनय तिवारी को बीएमसी के कर्मचारियों ने जबरन क्वारंटीन कर दिया। उन्हें ठहरने के लिए आईपीएस मेस में जगह भी नहीं दी गई। यह जानकारी बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने दी है। उन्होंने पूरे घटनाक्रम पर कड़ी नाराजगी जताई है।

गुप्तेश्वर पांडे ने ट्वीट कर कहा ‘बिनय तिवारी केस की जांच कर रहे पुलिस कर्मियों को लीड करने के लिए आज ही पटना से मुंबई पहुंचे थे। रविवार की रात 11 बजे उन्हें बीएमसी कर्मियों ने जबरदस्ती क्वारंटीन कर दिया। उन्हें रिक्वेस्ट के बावजूद आईपीएस मेस में ठहरने को जगह नहीं मिली। इसके बाद वे गोरेगांव के एक गेस्ट हाउस में रुके थे।’

आपको बता दें कि सुशांत केस में उनके परिवार द्वारा रिया चक्रवर्ती के खिलाफ पटना में एफआइआर दर्ज कराने के बाद बिहार पुलिस मामले में जांच करने में जुटी है। इससे पहले पटना से कुछ पुलिसकर्मी जांच के लिए मुंबई पहुंचे थे, जहां मुंबई पुलिस द्वारा उनके साथ सहयोग न करने की खबरें सामने आई थीं। बिहार के पुलिस कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की और दुर्व्यवहार की रिपोर्ट भी सामने आई। पुलिस कर्मियों को जांच के लिए गाड़ी तक नहीं उपलब्ध कराई गई। इसके बाद पटना एसपी बिनय तिवारी को मुंबई भेजा गया था।

आपको बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में उनके परिवार ने रिया चक्रवर्ती के खिलाफ पटना में एफ आईआरदर्ज कराई है। 7 पन्नों की इस FIR में सुशांत को सुसाइड के लिए उकसाने से लेकर धोखाधड़ी तक का आरोप लगाया गया है। सुशांत के पिता के मुताबिक रिया चक्रवर्ती से मिलने के बाद सुशांत पूरी तरह बदल गए थे। उन्हें परिवार से भी मिलने नहीं दिया जाता था।

उधर, मुंबई पहुंची बिहार पुलिस की जांच में अभी तक यह निकल कर सामने आया है कि सुशांत सिंह राजपूत जो सिम यूज कर रहे थे उनमें से एक भी उनके नाम पर नहीं था। हां, एक सिम उनके दोस्त के नाम पर जरूर था। ऐसे और तमाम सबूत बिहार पुलिस के हाथ लगे हैं जिनकी छानबीन की जा रही है।