हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता दिवंगत सुनील दत्त की आज यानी 6 जून को 94वीं बर्थ एनिवर्सरी है। सुनील दत्त असली नाम बलराज दत्त था, लेकिन फिल्मों में आने के पहले उन्होंने इसे बदल दिया। अभिनेता का जन्म 6 जून 1929 को हुआ था और उनकी मृत्यु 2005 में हुई थी। एक्टर के चले जाने के कई सालों बाद भी उन्हें बेहतरीन अदाकारी के लिए याद किया जाता है। इसके साथ ही उनके जीवन से जुड़े कई ऐसे किस्से हैं जो लोगों को आज भी याद हैं। कुछ ऐसे ही किस्से के बारे में आज हम भी बात करने वाल हैं।
पाकिस्तान में थे सुनील दत्त के फैन
सुनील दत्त का जन्म पाकिस्तान के खुर्द में हुआ था, लेकिन आजादी के बाद वह अपने परिवार के साथ भारत आ गए थे। प्रसिद्धि पाने के बाद जब वह पाकिस्तान लौटे तो वहां के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। इतना ही नहीं वहां के लोग सुनील दत्त को पाकिस्तान में बसने को कहने लगे थे। इसके लिए उन लोगों ने अभिनेता के सामने जमीन देने का प्रस्ताव भी रखा था। हालांकि सुनील ने इसे नहीं माना और वह भारत में ही रहे।
नरगिस के सामने शादी के लिए रखी थी ये शर्त
सुनील दत्त की शादी की कहानी काफी दिलचस्प है। दोनों ने एक साथ फिल्म ‘मदर इंडिया’ में काम किया था, इस फिल्म में नरगिस, सुनील की मां बनी थीं। सुनील को नरगिस से प्यार हो गया था और जब उन्होंने शादी के लिए प्रपोज किया तो नरगिस हैरान रह गईं और उन्होंने कुछ नहीं कहा। जिसके बाद सुनील ने उनसे कहा कि अगर नरगिर हां नहीं कहतीं तो वह गांव जाकर हल चलाना शुरू कर देंगे। हालांकि साल 1958 में दोनों शादी के बंधन में बंध गए थे।
डूब गया था सुनील दत्त का करियर
सुनील दत्त ने अभिनय के साथ निर्देशन भी किया था। किस्सा फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ के समय का है, जिसे सुखदेव डायरेक्ट कर रहे थे। लेकिन सुनील को काम पसंद नहीं आया और उन्होंने फिल्म को खुद डायरेक्ट करने का फैसला किया। फिल्म की शूटिंग लगभग पूरी हो गई थी, लेकिन दोबारा से शूट करना एक्टर को भारी पड़ा और वह 60 लाख के कर्जे में डूब गए।
बेचना पड़ा था घर और कारें
फिल्म ‘रेश्मा और शेरा’ फ्लॉप रही और फिल्म में काम करने वाले उनसे पैसे मांगने लगे। एक्टर ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह उस वक्त दिवालिया हो गए थे। उन्हें अपना घर गिरवी रख दिया था और सारी कारें बेच दी थी। प्रोड्यूसर्स ने भी उनकी फिल्मों को फाइनेंस करने से मना कर दिया।