बॉलीवुड के मशहूर आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई का हाल ही में निधन हो गया है। बीते बुधवार को नितिन ने अपने स्टूडियो में आत्महत्या कर ली। उनके इस कदम के पीछे आर्थिक तंगी बताई जा रही है। नितिन देसाई के निधन से इंडस्ट्री को गहरा सदमा लगा है।
विवेक अग्निहोत्री, आशुतोष गोवारिकर और संजय लीला भंसाली सहित अन्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इसी बीच एक्टर सुनील शेट्टी का एक लेटेस्ट वीडियो सामने आया है, जिसमें वह नितिन देसाई और सुशांत सिंह राजपूत के बारे में बात करते नजर आ रहे हैं।
मानसिक तनाव को लेकर कही बात
सुनील शेट्टी ने हाल ही में मानसिक स्वास्थ्य ऐप के लॉन्च पर पहुंचे थे। इस दौरान एक्टर ने अपने लाइफ के बुरे दौर के बारे में खुलकर बात की है। एक्टर ने कहा कि ‘मैं बॉलीवुड से हूं और मैंने भी मानसिक तनाव का सामना किया है। मैंने बहुत सी असफलताएं देखी हैं। इसका मतलब ये नहीं कि मुझे तनाव लेने की जरूरत है। हम सभी तनावगस्त हैं, लेकिन हमें यह समझना होगा कि हम सभी इससे गुजरते हैं। हमें अपनी समस्याओं के बारे में अपने किसी मित्र से बात करनी चाहिए। शायद वह आपकी बेहतर मदद करेगा या करेगी। पीछे हटें और पता करें कि आपको क्या परेशान कर रहा है? इस दिशा में काम करना शुरू कर देना चाहिए। केवल एक चीज जो मुझे बहुत परेशान करती है वह है स्वास्थ्य। जब मेरे पिता बीमार पड़े तो मुझे बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। खासकर तब जब हम अस्वस्थ होते हैं, तो कोई आकर हमसे मिलता है तो मुझे बहुत खुशी होती है। यही वह क्षण है जब मैं उन्हें हमेशा याद रखता हूं।’
नितिन देसाई को लेकर कही यह बात
सुनील शेट्टी ने आगे कहा कि नितिन देसाई सबसे प्रतिभाशाली आर्ट डायरेक्ट में से एक थे। वह कौन सी चीज थी जिसने उन्हें इस हद तक तोड़ दिया, यह सबसे महत्वपूर्ण सवाल है? ऐसा कहा जाता है, भगवान हमेशा अच्छे लोगों को अपने साथ चाहते हैं। क्या उन्हें उनकी जरूरत है? मैं नहीं जानता…मेरी हार्दिक संवेदनाएं।’
सुशांत सिंह राजपूत का भी किया जिक्र
एक्टर ने आगे सुशांत सिंह राजपूत का जिक्र पर बताया कि ‘वह एक अद्भुत बच्चा था। उन्होंने अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल किया था, और फिर भगवान उसे ले जाते हैं। वह कौन सा क्षण था जब उसने ऐसा करने का सोचा, जो उसने किया? आप उसके माता-पिता, उसके परिवार के लिए महसूस करते हैं। यदि हम किसी को जानते हैं और यदि हमें पता है कि वह किसी प्रकार के तनाव से गुजर रहा है, तो हमें उन तक पहुंचना चाहिए। हमें लगातार फोन करके उनका हालचाल पूछते रहना चाहिए।’