आरती सक्सेना
कई साल से दूसरी भाषाओं की फिल्मों के संगीत और कहानियों का इस्तेमाल हिंदी फिल्मों में किया जा रहा है। इसे दर्शक पसंद भी कर रहे हैं। इतिहास उठाएं तो कई ऐसी फिल्में भी मिलेंगी जो पुरानी हिंदी फिल्मों की रीमेक हैं। इन दिनों एक परिपाटी दिख रही है। दक्षिण की कुछ फिल्मों का हिंदी में पुनर्निर्माण किया गया, लेकिन उन्हें दर्शकों ने खास पसंद नहीं किया। बड़े कलाकारों के होेने के बावजूद फिल्में फ्लाप हो गईं।
पिछले तीन-चार वर्षों से दक्षिण की फिल्मों की हिंदी में रीमेक (पुनर्निर्माण) का सिलसिला जोरों पर है। दक्षिण की कई फिल्में हिंदी में भी डब की जा रही है और दक्षिण में कई ऐसी फिल्में भी बन रही है जो स्थानीय भाषा के साथ हिंदी में भी बनाई जा रही हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि दक्षिण की फिल्मों को हिंदी दर्शकों द्वारा बेहद पसंद किया जाता रहा है। इसके चलते अब बालीवुड भी दक्षिण की फिल्मों की रीमेक पर निर्भर होता जा रहा है।
बालीवुड मेकर दक्षिण की फिल्मों की रीमेक बनाने में जुटे हुए हैं। हाल ही में रिलीज हुई विक्रम वेधा दक्षिण की विक्रम वेधा की ही रीमेक है, जो दर्शकों द्वारा नकार दी गई। इसके अलावा और भी कई ऐसी फिल्में हैं, जो साउथ में तो सुपरहिट हुई हंै परंतु उनका रीमेक जब हिंदी में बना तो वह फिल्म फ्लाप रही। जैसे विक्रम वेधा से पहले ब्रह्मास्त्र रिलीज रिलीज हुई। उसे बाक्स आफिस पर भले ही सफल कहा गया, परंतु बावजूद इसके फिल्म को असफल की श्रेणी में रखा गया। जबरदस्त वीएफएक्स इफेक्ट के बावजूद दर्शकों ने इस फिल्म को नकारा। प्रभास अभिनीत आदिपुरुष रिलीज से पहले ही दर्शकों द्वारा आलोचना झेल रही है।
अक्षय कुमार की बच्चन पांडे तमिल फिल्म जिगर थंडर की रीमेक है। वह दर्शकों द्वारा सुपर फ्लाप करार दी गई है। सुनील शेट्टी के बेटे आह्वान शेट्टी की फिल्म तड़प तेलुगु हिट फिल्म आर एक्स हंड्रेड की रीमेक है, फ्लाप रही है। अक्षय कुमार की लक्ष्मी, जो दक्षिण की सुपरहिट फिल्म मोनी टू कंचना की रीमेक है, फ्लाप रही। शाहिद कपूर अभिनीत जर्सी दक्षिण की सुपरहिट फिल्म जर्सी की रीमेक है, असफल रही है। सनी देओल के बेटे करण देओल की फिल्म वेले जो दक्षिण की फिल्म ब्रोचेवरेवरुणा की रीमेक है सुपर फ्लाप रही है। सलमान खान अभिनीत राधे दक्षिण की ब्लाक बस्टर फिल्म द आउट लास की रीमेक है फ्लाप रही है। ऐसी कई सारी फिल्में हैं, जो बालीवुड में असफल साबित हुई हैं। बावजूद इसके कई और बड़ी बालीवुड फिल्में जो दक्षिण की रीमेक है रिलीज के लिए तैयार हैं।
मूल कहानी पर आधारित फिल्में
मूल (ओरिजिनल) कहानी वाली फिल्में दर्शकों द्वारा सराही जा रही हैं। जैसे हाल ही में प्रदर्शित अमिताभ बच्चन अभिनीत गुडबाय को दर्शकों द्वारा पसंद किया गया। वहीं कश्मीरी पंडितों पर आधारित कश्मीर फाइल्स, सनी देओल की चुप, आलिया भट्ट अभिनीत गंगूबाई काठियावाड़ी, कार्तिक आर्यन अभिनीत भूल भुलैया 2, अमिताभ बच्चन अभिनीत झुंड, कीर्ति सेनन अभिनीत मिमी, विक्की कौशल अभिनीत सरदार उधम सिंह, सिद्धार्थ मल्होत्रा अभिनीत शेरशाह, अक्षय कुमार, अजय देवगन व रणवीर सिंह की सूर्यवंशी आदि कई फिल्मों को दर्शकों ने काफी पसंद किया है।
असफलता की वजह
पहले जो फिल्में बनती थीं चाहे फिर वह दक्षिण की रीमेक हों, या किसी और भाषा की- दर्शकों द्वारा पहली बार ही देखी जाती थीं। उन दिनों ओटीटी प्लेटफार्म या सोशल मीडिया नहीं था। लिहाजा सभी फिल्में दर्शकों के बीच नई फिल्में ही थी, लेकिन आज कई सारे चैनल और ओटीटी प्लेटफार्म की वजह से किसी भी भाषा की फिल्में सबटाइटल के साथ देखी जा सकती हैं। रीमेक में कुछ बेहतर चाहते हैं दर्शक। कुछ नया देना होगा। सामग्री मजबूत होनी चाहिए। तब कहीं जाकर हिंदी फिल्म उद्योग में सफलता का दौर देखने को मिलेगा।
