राष्ट्रीय भाषा को लेकर खड़े हुए विवाद पर गायक सोनू निगम ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। सोनू निगम का कहना है कि ‘तुम्हारे बाकी देशों के साथ पंगे कम हैं, जो अपने ही देश में और पपंगे ले रहे हो?’ सोनू निगम ने यह भी कहा कि ‘कहीं नहीं लिखा है कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है।’
हाल ही में पत्रकार सुशांत मेहता द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए सोनू निगम से पूछा गया कि हिंदी को लेकर विवाद खड़ा हुआ है, हिंदी को राष्ट्रीय भाषा कह रहे हैं? आप 32 भाषाओं में गा चुके हैं, आपका क्या कहना है? इस पर सोनू निगम ने कहा कि “मुझे नहीं लगता कि कहीं संविधान में ये लिखा है कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है। हिंदी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हो सकती है।”
सोनू निगम ने कहा कि “तमिल को सबसे सबसे पुरानी भाषा कही जाती है। तमिल और संस्कृत में इसको लेकर बहस होती है। लोगों का कहना तो ये भी है कि तमिल दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है। तुम्हारे बाकी देशों के साथ पंगे कम हैं, जो अपने ही देश में और पंगे ले रहे हो? ये सब क्यों कर रहे हैं? जिसको जो बोलना है, बोलेगा। इसमें क्या दिक्कत है।”
सोनू निगम ने कहा कि “हमारे यहां कोर्ट के जजमेंट अंग्रेजी में आते हैं, फ्लाइट में जाते हैं, वहां अंग्रेजी में बात होती है। वो मुझसे हिंदी में बात ही नहीं करते। किसी पर कुछ थोपना अच्छी बात नहीं है, अंग्रेजी भी अब हमारी जिंदगी का हिस्सा बन चुका है। वैसे भी बहुत झमेले चल रहे हैं, एक और झमेला हमें नही खड़ा करना चाहिए।”
बता दें कि तमिल एक्टर किच्चा सुदीप के हिंदी पर किए गए एक ट्वीट के बाद अजय देवगन ने जवाब देते हुए हिंदी को राष्ट्रीय भाषा बताया था, जिसके बाद इस पर बहस शुरू हो गई। मनोज बाजपेयी, राम गोपाल वर्मा और हंसल मेहता जैसे कई अभिनेता और फिल्ममेकर इस बहस पर अपनी बात रख चुके हैं।
गौरतलब है कि अजय देवगन ने किच्चा सुदीप को जवाब देते हुए ट्विटर पर लिखा था कि “भाई, अगर आपके अनुसार हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं है, तो आप अपनी मातृभाषा में बनी फिल्मों को हिंदी में डब करके क्यों रिलीज करते हैं? हिंदी हमारी मातृभाषा है और हमारी राष्ट्रभाषा है और हमेशा रहेगी। जन गण मन।”