पहला ब्रेक बड़ा मायने रखता है न। सुनिधि चौहान के लिए भी यह बेहद खास था। प्लेबैक सिंगिंग की दुनिया में इन्हें म्यूजिक सेंसेशन माना जाता है। शीला की जवानी, बीड़ी जलइले, ऐसा जादू डाला रे, सजना वे सजना और धूम मचा ले…सरीखे धांसू गानों से सुनिधि ने म्यूजिक इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई है। हालांकि सुनिधि चौहान को साल 1996 में दूरदर्शन पर आने वाले म्यूजिक रियलटी शो ‘मेरी आवाज सुनो’ से पॉपुलर हो गई थीं। 16 साल की उम्र में ही सुनिधि को रामगोपाल वर्मा की फिल्म मस्त में ‘रुकी रुकी सी जिंदगी’ गाना गाने का मौका मिला था। यह गाना उस वक्त सुपरहिट गाना साबित हुआ था। चलिए आज हम आपको सुनिधि चौहान से जुड़ी कुछ रोचक बाते बताते हैं।
सुनिधि चौहान का जन्म 14 अगस्त, 1983 को दिल्ली में हुआ था। सुनिधि के पिता ने बचपन में ही उनके टैलेंट को पहचान लिया था। वह सुनिधि को सिंगिंग के लिए हर संभव मदद करते थे। वह एक छोटे से गुजराती कलाकार हैं। सुनिधि के पिता ने ही उन्हें संगीत सीखने के लिए प्रेरित किया था। कम लोग ही जानते होंगे कि सुनिधि ने महज 4 साल की उम्र में लोकल गैदरिंग और मंदिरों में गाने गाना शुरू कर दिया था।
सुनिधि चौहान को सिंगिंग का इतना जुनून था कि उसके लिए उन्होंने अपनी पढ़ाई भी छोड़ दी थी। सुनिधि ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई ब्लूमिंग बड्स पब्लिक स्कूल बलरामपुर यूपी से की है। उसके बाद उन्होंने अपने आगे की ग्रीनवे पब्लिक स्कूल दिलशाद गार्डन दिल्ली में की। कम उम्र से ही सिंगिंग में करियर बनाने का सपना देखने वाली सुनिधि अपनी पढ़ाई कंटीन्यू नहीं कर पाई थीं।
सुनिधि चौहान के विवाहिक जीवन की अगर बात करें तो उनकी दो शादियां हुई हैं। उनकी पहली शादी साल 2002 में हुई थी। उस वक्त सुनिधि की 18 साल की थीं। उन्होंने कोरियोग्राफर बॉबी खान से शादी की थी लेकिन एक साल बाद ही यह शादी टूट गई थी। इस शादी के टूटने की वजह सुनिधि के परिवार को बताया बताया जाता है। कहा जाता है कि उनका परिवार इस रिश्ते के खिलाफ था। हालांकि सुनिधि ने एक इंटरव्यू के दौरान इस बारे में बात करते हुए कहा था कि उनका ससुराल बहुत अच्छा था, उन्हें वहां बेटी जैसा प्यार मिला और बॉबी भी उन्हें बहुत प्यार करते थे। इसके बाद 24 अप्रैल 2012 को सुनिधि ने म्यूजिक कंपोजर हितेश सोनिक से दूसरी शादी की थी।
– सुनिधि को इस तस्वीर में देखकर बहुत लोग नहीं पहचान पाएंगे। 31 दिसंबर 1992 को दिल्ली के पंजाबी बाग में नए साल पर कार्यक्रम रखा गया था। यह उसी की क्लिप है। सुनिधि इसमें गुलाबी लिबास और छोटे बालों में मंच पर परफॉर्मेंस देती नजर आ रही हैं।
– 19 फरवरी 1995 में दिल्ली के फिक्की ऑडिटोरियम में उनकी एक और परफॉर्मेंस। देखिए, कितना मधुर गाया है गीत मोरनी बागां मा…।
– 1996 में सिंगिंग कॉम्पटीशन ‘मेरी आवाज सुनो’ के फाइनल में सुनिधि पहुंचीं। यह तभी का वीडियो है। इसमें उन्होंने फिल्म ‘रेश्मा और शेरा’ का गीत तू बादर, मैं बिजुरी…गाया था। असल में यह गीत लता मंगेशकर और जयदेव ने गाया था।