बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ चंद्रशेखर ने हाल ही में एक बयान में हिंदू धर्मग्रंथ रामचरितमानस को नफरती ग्रंथ कहा था। नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शिक्षा मंत्री स्टूडेंट्स को संबोधित कर रहे थे और उन्होंने उन्होंने रामचरितमानस और मनुस्मृति को समाज को बांटने वाली पुस्तक कहा था, इतना ही नहीं रामचरितमानस को उन्होंने समाज में नफरत फैलाने वाला कहा था।
दीक्षांत समारोह के दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा- “एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस, तीसरे युग में गुरु गोलवलकर का ‘बंच ऑफ़ थॉट्स”, ये सभी देश को, समाज को नफ़रत में बाँटते हैं।”
इस बयान के बाद उनकी खूब आलोचना हुई थी और अब बॉलीवुड एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा ने भी इस पर टिप्पणी की है और कहा है उन्हें पार्टी से बेदखल कर देना चाहिए।
शर्लिन चोपड़ा ने किया ट्वीट
शर्लिन चोपड़ा ने इस बयान पर अपनी नाराजगी जाहिर की है और ट्वीट करते हुए लिखा है- ”जिस तरह से नूपुर शर्मा जी को BJP से बेदख़ल किया गया, उसी तरह से क्या रामचरितमानस का तिरस्कार करने के लिए बिहार के शिक्षा मंत्री, श्री चंद्रशेखर को RJD से बेदख़ल नहीं किया जाएगा??? क्या भारत देश में रामचरितमानस जैसे महान ग्रंथ का अनादर करने की अनुमति है???
जय श्री राम।
यहां देखिए ट्वीट
नूपुर शर्मा को क्यों किया गया था पार्टी से बेदखल?
नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर अपनी राय रखते हुए पैगंबर मोहम्मद को लेकर बयान दिया था, जिस पर खूब हंगामा हुआ था। उनपर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और दूसरे धर्म के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में FIR भी दर्ज किया गया था।
सीएम नीतीश कुमार ने क्या है?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस मामले पर अपनी राय रखी है। नीतीश ने कहा है कि कोई किसी भी धर्म को माने हम उसमें हस्तक्षेप नहीं करते हैं, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी यही कहा है। हमारी पार्टी का ये मत है कि सभी लोग जिस भी धर्म का पालन करना चाहें करें सभी को बराबर इज्जत मिलनी चाहिए। किसी पर न ही किसी तरह का हस्तक्षेप करना चाहिए न ही ऐसी चीजों पर सवाल उठाना चाहिए।