बॉलीवुड एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा पार्लियामेंट सेशन के दौरान भी नायकों की तरह गरजते रहे हैं। एक किस्सा उन्होंने खुद बताया था जिसमें उन्होंने संसद में चल रहे सेशन के दौरान फिल्मी डायलॉगबाजी करना शुरू कर दिया था। कपिल शर्मा के ‘द कपिल शर्मा शो’ (The Kapil Sharma Show) में एक बार जब शत्रुघ्न सिन्हा पहुंचे तो सामने नवजोत सिंह सिद्धू भी बैठे हुए थे।

नवजोत सिद्धू और शत्रुघ्न सिन्हा की काफी पुरानी और गहरी दोस्ती है। ऐसे में शत्रुघ्न सिन्हा ने उनके साथ ये किस्सा शेयर करते हुए खूब मस्ती की थी, वहीं सिद्धू पाजी ने भी बताया था कि शत्रुघ्न सिन्हा ने उन्हें भी कुछ शब्द सिखाए थे। कपिल शर्मा ने शो पर शत्रुघ्न से कहा था – ‘शत्रुघ्न सर की फिल्म में कुछ डायलॉग होते थे जो बड़े अलग, यूनिक होते थे जैसे – चपड़गंजू, अबे ओह अर्थी के फूल। सर ये डायलॉग्स आपको स्क्रिप्ट में दिए जाते थे या ये खुद आपके अंदर से निकलते थे।’

इस पर शत्रुघ्न सिन्हा ने जवाब दिया था, ‘कईं बार दिए भी जाते थे, पंजाब के दोस्त होने के नाते, यूपी बिहार का होने के नाते, हम जो कहते हैं तुर्रेबाजियां वो काम आ जाती थीं। तो ये तुर्रेबाजी डाल देता था तो लोगों को पसंद आ जाता था।’

तभी नवजोत सिंह सिद्धू कह पड़े थे-‘एक शब्द मुझे इन्होंने सिखाया था, जलवा ए जुम्बिश, एक था आए तुल्लाह खलखली।’ इस पर शत्रुघ्न सिन्हा किस्सा बताते हैं कि – वह पार्लियामेंट में थे तो तब उन्होंने एक बार वहां डायलॉगबाजी कर दी थी।

शत्रुघ्न बोले थे- ‘मैंने कहा कि अगर ऐसा किया तो ये हो जाएगा, वैसे किया तो ऐसा हो जाएगा। और अगर ऐसा हुआ तो जलवा ए जुम्बिश होगी, आंधी-ए-बगावत होगा, आएतुल्लाह खलखली हो जाएगा।’

उन्होंने आगे बताया था- ‘लेकिन जो बड़ी मोहतरमा थीं हमारी, बहुत अच्छी लेडी हैं, उन्हें उर्दू का पता है, वह वाइस चेयरमैन थीं। उन्होंने कहा ठहरिए-ठहरिए, क्या कहा आपने-जलवा-ए-जुम्बिश, आंधी-ए-बगावत, आ-ए-तुल्लाह खलखली? हमने कहा- ‘एक पिक्चर आई थी मैडम आपने देखा होगा, उसका टाइटल था- जानम समझा करो।’