शाहरुख खान और उनकी पत्नी गौरी की लव स्टोरी बॉलीवुड की किसी रोमांटिक फिल्म से कम नहीं है। रिश्ते की शुरुआत में शाहरुख खान को भी गौरी के परिवार की ओर से रिजेक्शन मिल गया था। धर्म अलग होने के कारण गौरी के परिवार वाले इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे, और बाद में कुछ धार्मिक संस्थाओं ने भी दोनों के रिश्ते का विरोध किया।

शाहरुख खान ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में इसके बारे में बताया था। शाहरुख ने कहा था कि अगर वह भी गौरी के माता-पिता की जगह होते तो एक ऐसे इंसान के साथ अपनी बेटी की शादी न कराते। उन्होंने कहा,”अब मैं ठीक दिखता हूं, मैं सूट पहनता हूं मेरे बाल भी पीछे की तरफ बनाए हुए हैं। लेकिन उस वक्त मेरे बाल सारे माथे पर होते थे और मैं दूसरे धर्म से भी था। मैं एक एक्टर बनना चाहता था। तो इस तरह से अगर कोई मेरे पास आएगा और कहेगा कि देखो मेरा सिर ऐसा है और मैं एक फिल्म स्टार बनना चाहता हूं। तो मैं भी कहता अपना सामान उठाओ और मेरे घर से निकलो, इससे पहले की मैं तुम्हें निकालूं। तो मुझे लगता है कि वो अपनी जगह सही थे अगर अपनी बेटी की शादी मुझसे नहीं कराना चाहते थे।”

हालांकि बाद में गौरी के परिवार वाले शादी के लिए मान गए। लेकिन शाहरुख और गौरी को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा। एक्टर ने बताया कि कुछ लोगों को पता चल गया था कि वह दोनों शादी के रजिस्ट्रेशन के लिए अप्लाई करने वाले हैं और उन्होंने एक्टर के घर के बाहर बवाल शुरू कर दिया।

शाहरुख ने बताया कि वह अदालत में शादी करने वाले थे तो उन्हें टालने के लिए कहा गया। क्योंकि कुछ संस्थाएं थी जो नहीं चाहती थी कि शाहरुख दूसरे धर्म की लड़की से शादी करें। टालना होगा और जब आप ऐसा करते हैं, तो कुछ संस्थाएँ थीं, जिन्होंने मुझे एक ऐसी लड़की से शादी करने के लिए बुरा माना, जो एक से है अलग धर्म।

एक्टर ने बताया कि उनके घर के बाहर लोग प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन भाग्य से शाहरुख खान के घर के बाहर नेम प्लेट नहीं थी तो उन्होंने अपने दोस्त का पता दिया हुआ था। इसलिए लोग उनके घर पर पत्थर मारने की बजाये उनके दोस्त के घर पर पत्थर फेंक रहे थे। किसी तरह शाहरुख और गौरी ने गुपचुप शादी की। शाहरुख खान और गौरी खान ने 25 अक्टूबर, 1991 को शादी की थी। उनकी शादी को अब 31 साल हो चुके हैं और वे तीन बच्चों आर्यन, सुहाना और अबराम खान के माता-पिता हैं