बॉलीवुड अभिनेत्री शबाना आजमी ने इंडस्ट्री में अपने दम पर पहचान बनाई है। शबाना 70 के दशक की मशहूर अभिनेत्री रही हैं। इन्होंने अपने अब तक के करियर में कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। इन सभी फिल्मों में उन्होंने जबरदस्त किरदार निभाए है, जिन्हें आज भी याद किया जाता है। वहीं शबाना के परिवार की बात करें तो उनके पिता कैफी आजमी अपने समय के एक प्रसिद्ध कवि रहे थे। जिनकी कविताएं भी काफी फेमस हैं। वहीं शबाना ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया था, उस दौरान उन्होंने माता पिता के बारे में कई बातें शेयर की हैं।

शबाना आजमी ने हाल ही में ‘ई-टाइम्स’ को एक इंटरव्यू था, जिसमें उन्होंने अपने पिता और कवि कैफ़ी आजमी के बारे में कई बातें बताई। गौरतबल है कैफ़ी आजमी ने अपने जीवन के अंतिम दिन अपने गांव ‘मिजवान’ में बिताए थे, जहां वो गांव की की सेवा करते थे। उसी मिट्टी में उन्होंने हंसते हुए दुनिया को अलविदा कहा था।

इस इंटरव्यू में जब शबाना से पूछा गया कि क्या कैफ़ी आजमी हमेशा से ही रोमांटिक थे। साथ ही पत्नी शौकत के साथ उनके रिश्ते के किस बात ने उन्हें प्यार में विश्वास दिलाया? जिसका जवाब देते हुए शबाना ने बताया ‘मेरी मां काफी रोमांटिक महिला थीं और साथ ही उन्हीं कहानियों से भरी हुई थीं कि, कैसे तरह कैफ़ी ने उनको अपने अनोखे रूप और सुंदर कविता से अपनी और आकर्षित किया था’।

शबाना आजमी ने आगे कहा ‘लेकिन बाद के काई सालों में ये उन दोनों की मजबूत दोस्ती रही थी, इसी ने मुझे एहसास कराया कि, प्यार तब होता है, जब रोमांस का पहला प्रवाह थोड़ा कम हो जाता है। मुझे बिलकुल विश्वास नहीं होता है कि, मैं भी रोमांटिक हूं। लेकिन अपनी शादी के 37 साल बाद भी मुझे अपने पति जावेद जी से बेहद प्यार है’।

इसी इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि ‘उनके गीत जैसे ‘कुछ दिल ने कहा’, ‘बेताब दिल की तमन्ना यही है’ महिलाओं के जीवन को लेकर उनकी संवेदनशील समझ को बताते हैं। इसको लेकर आपका क्या कहना है?’ इसके जवाब में शबाना आजमी ने कहा ‘उनके काम को लेकर मुझे जो आकर्षित करता है, वो सहजता है, उन्होंने अपनी गरिमा को कभी नहीं छोड़ा और न समझौता किया। उन्होंने नाजुक रोमांटिक गीत लिखे। साथ ही अपनी क्रांतिकारी कविताओं से भरपूर जोश बिखेरा। उनके गीतों में हमेशा सादगी और भावनाएं होती थीं।