इस साल की शुरुआत में मार्च में, सैफ अली खान के बेटे इब्राहिम अली खान ने जान्हवी कपूर की बहन खुशी कपूर के साथ ‘नादानियां’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। हालांकि दर्शकों को उनका काम कुछ खास पसंद नहीं आया था, लेकिन उन्होंने अब खुद को प्रूफ कर दिया है कि वो एक्टिंग में किसी से कम नहीं हैं। इब्राहिम अली खान ने ये साबित कर दिया वो नेपो किड नहीं हैं, बल्कि उनमें टैलेंट है और वो अपने काम के दम पर बॉलीवुड में अपनी जगह बनाएंगे। जी हां! फिल्म ‘सरज़मीन’ रिलीज हो चुकी है और इसकी कहानी रूह कंपा देने वाली है।
वैसे तो फिल्म मनोरंजन का जरिया होती हैं, लेकिन कुछ ऐसी होती हैं जो दिमाग पर छाप छोड़ जाती हैं और ये फिल्म उन्हीं में से एक है। कायोज ईरानी की फिल्म जियो हॉटस्टार (Jio Hotstar) पर आ चुकी है और शुरुआत से अंत तक ये आपका ध्यान भटकने नहीं देगी। इसकी शुरुआत काफी सिंपल और शांत लगती है, लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती जाती है इसमें कई तूफान देखने को मिलते हैं जो दिमाग को हिलाकर रख सकते हैं।
क्या है फिल्म की कहानी?
कहानी कर्नल विजय मेनन पर आधारित है, जिसका किरदार पृथ्वीराज सुकुमारन ने निभाया है। वो अफसर, जिसने अपना पूरा जीवन देश की सेवा में लगा दिया। जिसकी पत्नी मेहर है और ये किरदार काजोल ने निभाया है। मेहर एक पत्नी होने के साथ-साथ वो मां है जो अपने बेटे को हर खतरे से दूर रखने के लिए अपनी जी जान लगा देती है, लेकिन वो ये नहीं जानती कि वो ही बेटा ना केवल अपने मां बाप को बल्कि देश के साथ भी विश्वासघात कर रहा है। उनके बेटे का किरदार इब्राहिम अली खान ने निभाया है, उनके किरदार का नाम है हरमन, जो देश के लिए बड़ा खतरा है। जिस पिता ने अपनी पूरी जिंदगी देश की रक्षा में लगा दी उसी का बेटा देश का दुश्मन निकलता है। हरमन एक आतंकवादी संगठन में शामिल हो जाता है और जब ये बाद उसकी मां मेहर को पता चलती है तो वो पूरी तरह टूट जाती है। वो समझ नहीं पाती कि उसके सामने उसका बेटा खड़ा है या एक आतंकवादी?
कैसी है एक्टिंग?
हमेशा की तरह काजोल ने इस किरदार में भी जान फूंक दी है। एक बेटे के विश्वासघात के बाद एक मां किस तरह टूट जाती है, ये काजोल की एक्टिंग में साफ पता चल पाया है। एक लाचार मां की पीड़ा देखने वाले को भी अंदर तक झकझोर सकती है। वहीं बात पृथ्वीराज की करें तो उनका काम भी कमाल है। मगर सबसे ज्यादा तारीफ इब्राहिम अली खान की होनी चाहिए, जिन्होंने खलनायक के रूप में बेहतरीन काम किया है। इब्राहिम को देखकर आपको सैफ अली खान के बेस्ट रोल याद आने वाले हैं।
डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले
बात अगर फिल्म के डायरेक्शन, सिनेमेटोग्राफी की करें तो सब कुछ बेहतरीन है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक, सीन, कैमरा एंगल सब पर अच्छा काम किया गया है।
क्यों देखें फिल्म?
अगर आप गहरी छाप छोड़ने वाली फिल्में पसंद करते हैं तो ये आपको लाजमी पसंद आने वाली है। इसे देखकर आपको ऋतिक रोशन की फिल्म ‘फिजा’ की याद भी आ सकती है। अगर आप राष्ट्र के प्रति प्यार और देशद्रोही के प्रति नफरत रखते हैं तो ये फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए। मैं इस फिल्म को 3.5 रेटिंग दूंगी।