TV Adda: टीवी अड्डा में आज हम आपको बताने वाले हैं एक ऐसे सिंगर की कहानी जिसने अपनी आवाज से लोगों को दीवाना बना दिया, हम बात कर रहे हैं टीवी रियलिटी शो इंडियन आयडल 2 के विनर संदीप आचार्य की। संदीप आचार्य छोटे शहर से थे और छोटे शहर में रहने वाले लोगों के लिए प्रेरणा थे, उन्होंने हमेशा लोगों को प्रेरित किया मगर वो खुद इस दुनिया में बहुत कम समय तक रह पाएं।
Sandeep Acharya ने अपनी मधुर आवाज से सभी जजेस के साथ टीवी देख रहे दर्शकों को भी अपना मुरीद बना लिया था। राजस्थान के बीकानेर में 4 फरवरी 1984 को पैदा हुए संदीप चार भाई बहनों में सबसे छोटे थे। बचपन से ही उन्हें गाने का शौक था। वो ना सिर्फ संगीत में बल्कि पढ़ाई में भी होशियार थे। साइंस में अपना ग्रेजुएशन पूरा करने वाले संदीप ने जब एक बार स्कूल में गाना सुनाया तो हर कोई उनकी आवाज का मुरीद बन गया। संदीप का गाना सुनकर हर किसी ने उनकी तारीफ की। संदीप ने बीकानेर में पढ़ाई के दौरान ही इंटरस्कूल सिंगिंग कॉम्पटीशन में हिस्सा लिया था यहां वो सेकंड आए थे। वो ना सिर्फ अपने स्कूल में बल्कि पूरे बीकानेर शहर में मशहूर हो गए और अक्सर अपना हुनर दिखाते।
साल 2004 में संदीप आचार्य ने राजस्थान के एक सिंगिंग कॉम्पटीशन गोल्डन वॉयस ऑफ राजस्थान में हिस्सा लिया। इसमें भी वो रनर अप आएं। फिर उनकी जिंदगी में आया इंडियन आइडल। संदीप आचार्य ने टीवी के मशहूर रियलिटी शो इंडियन आइडल के दूसरे सीजन में हिस्सा लिया। अभिजीत सावंत उस वक्त इंडियन आइडल के विनर बने थे और काफी मशहूर हुए थे उसके बाद से इंडियन आइडल की चर्चा हर घर में होती थी, ऐसे में संदीप आचार्य जब इस शो के दूसरे सीजन में गए तो सिर्फ राजस्थान ही नहीं पूरे भारत में लोग उन्हें जानने लगे।
अपनी आवाज से संदीप ने सभी को हैरान कर दिया। उनकी जिंदगी बदलने लगी, वो इंडियन आइडल सीजन 2 के फाइनल में पहुंचे और अंत में उन्हें विजेता घोषित कर दिया गया। महज 22 साल की उम्र में संदीप इंडियन आइडल के विनर बन चुके थे। ईनाम के तौर पर उन्हें चमचमाती ट्रॉफी और मारुति बलेनो के साथ Sony BMG का एक करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिला। संदीप के साथ इस सीजन में नेहा कक्कड़ भी शामिल हुई थीं मगर तीसरे राउंड में वो बाहर हो गईं। संदीप ने शो का विनर बनने के बाद कुछ सोलो एल्बम्स निकाले। इसके बाद वो 9X चैनल पर प्रसारित होने वाले रियलिटी शो जलवा फोर टू का वन में भी शामिल हुए। इस शो में वो मीका सिंह की टीम में थे। संदीप को नाम, दौलत, इज्जत और शोहरत सब मिल गई। वो जहां जाते ऑटोग्राफ के लिए लाइन लग जाती थी। उन्हें कई लाइव शोज के ऑफर मिलते थे। साल में वो 60-65 शोज करते थे और हर शो के वो 2 से 3 लाख रुपये फीस चार्ज करते थे।
भारत के बाहर भी उनके शोज होते थे। अमेरिका में संदीप को बेस्ट न्यू बॉलीवुड टैलेंट अवॉर्ड दिया गया। हर तरफ संदीप के जलवे थे, उनकी शादी भी तय हो गई। साल 2012 में बीकानेर की लड़की नम्रता से उनकी शादी हुई। शादी के बाद उनकी वाइफ प्रेग्नेंट हुईं मगर संदीप की जिंदगी में खुशियां आने से पहले ही जिंदगी मुंह मोड़ने लगे। संदीप की तबीयत बिगड़ गई, डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें पीलिया हुआ है, हालांकि डॉक्टर ने कहा कि परेशानी की बात नहीं है वो ठीक हो जाएंगे। दवाई का असर हुआ और संदीप की तबीयत में सुधार भी होने लगा। वो ठीक हो गए। फिर वो अपने परिवार के साथ एक शादी अटेंड करने पहुंचे, शादी के दौरान संदीप की तबीयत अचानक बिगड़ गई उन्हें अस्पताल ले जाया गया। बीकानेर के अस्पताल के डॉक्टर्स ने उन्हें दिल्ली ले जाने की सलाह दी, संदीप के परिवार वाले उन्हें लेकर गुड़गांव के मेदांत अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने कहा कि वो ठीक हो जाएंगे उनकी हालत स्थिर है। मगर अगले दिन ही 15 दिसंबर 2013 को संदीप की तबीयत बिगड़ी और उनकी जान चली गई। डॉक्टरों ने बताया कि उनके गुर्दों ने काम करना बंद कर दिया था और उन्हें बचाया नहीं जा सका। उस वक्त संदीप आचार्य की उम्र सिर्फ 29 साल थी।
20 दिन पहले ही वो पिता बने थे, मगर अस्पताल में होने की वजह से वो अपनी बेटी का चेहरा भी नहीं देख पाए थे। उनकी वाइफ के लिए ये सदमा बहुत बड़ा था। उनके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मगर सबका दिल खुश करने वाली आवाज हमेशा के लिए शांत हो गई। संदीप आचार्य अभी भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं मगर जो खालीपन वो छोड़कर गए हैं वो भरना नामुमकिन है।