समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव अपने एक बयान को लेकर फिर से निशाने पर आ गए हैं। दरअसल, उन्होंने गाजीपुर में रथ यात्रा के दौरान बिना किसी का नाम लिये कहा कि एक रंग वाले चिलमजीवी कभी यूपी को खुशहाली के रास्ते पर नहीं ले जा सकते हैं। उनके इस बयान पर अंजना ओम कश्यप के डिबेट शो ‘हल्ला बोल’ में भी चर्चा की गई। हालांकि डिबेट में भी सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने चिलम का नाम लेते हुए भाजपा पर तंज कसा। लेकिन भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी उन्हें जवाब देने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
संबित पात्रा ने डिबेट के बीच सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया को टपोरी भी कहा, जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “अरे टप्पेबाज चुप हो जाइए। इनसे पूछिए कि उत्तर प्रदेश में विकास क्यों नहीं हो रहा है? यहां पर बेरोजगारी क्यों है? लेकिन ये लोग जिन्ना जिन्ना करने लग जाते हैं।” सपा प्रवक्ता की बात पर अंजना ओम कश्यप ने सवाल किया, “चुनाव में जिन्ना को लाया कौन था?”
अनुराग भदौरिया ने भाजपा पर तंज कसते हुए आगे कहा, “इनके यहां दिक्कत यह हो गई है कि पात्रा जी से कुछ पूछो तो भी यह जिन्ना जिन्ना ही करेंगे। इनके चिलम में जो नशा है, उसमें जो जिन्ना का जिन घुसा हुआ है। ऐसे में यह जनता के बारे में बात नहीं करेंगे, जनता की सोच भी नहीं सकते हैं।” उनकी बात पर अंजना ओम कश्यप ने कहा, “आज ही संत समिति ने चिलम वाले बयान पर नाराजगी जाहिर की है।”
अंजना ओम कश्यप की बात पर अनुराग भदौरिया ने कहा, “अरे मैं कह रहा हूं कि इनके चिलम में जिन्ना का नशा है। जनता आशा कर रही है कि ये महंगाई पर बात करें, समस्या के समाधान का बात करें। लेकिन इन्हें पता है कि सत्ता चली गई है और जनता ने भी इनका साथ छोड़ दिया है।” अनुराग भदौरिया ने अखिलेश यादव की यात्रा में जनता के हुजूम का भी जिक्र किया।
अनुराग भदौरिया ने कहा, “अखिलेश यादव की यात्रा में जनता का हुजूम है। ठंड में ठिठुरते हुए लोग सड़कों पर बैठे हैं, क्योंकि उन्हें सत्ता बदलनी है। वो जानते हैं कि यही समाजवादी है जो आबाद करेगी, वरना भाजपा तो केवल पाकिस्तान और अफगानिस्तान की बात करेंगे, लेकिन हिंदुस्तान की बात नहीं करेंगे। इनके कमल का कमाल खत्म हो गया है।”
अनुराग भदौरिया की बातों का जवाब देने से संबित पात्रा भी पीछे नहीं हटे। उन्होंने अंजना ओम कश्यप से शिकायत करते हुए कहा, “कैसे-कैसे लोगों से डिबेट करवाती हो आप। चिलम, चिलम, ये टोटी वालों ने क्या चिलम चिलम लगा रखा है। राहुल गांधी से पूछो, उसे पता है कि चिलम मतलब क्या होता है।”
