भोजपुरी सिनेमा का कद दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। अश्लीलता से परे अब फिल्मों की कहानी पर काम किया जा रहा है, जो दर्शकों को एंटरटेनमेंट की गारंटी लेती हैं। ऐसे में अब तो भोजपुरी की फिल्में ओटीटी पर भी आसानी से उपलब्ध रहती हैं, जिसका आप घर बैठे ही लुत्फ उठा सकते हैं। ऐसे में अब भोजपुरी एक्ट्रेस काजल यादव की पारिवारिक ड्रामा फिल्म ‘सास गारी देवे’ रिलीज हो गई है, जिसे आप आसानी से ओटीटी पर देख सकते हैं। कॉमेडी के जबरदस्त डोज से भरी फिल्म में सास-बहू की तकरार को दिखाया गया है, जिसे आप परिवार के साथ OTT प्लेटफॉर्म स्टेज (STAGE APP) पर देख सकते हैं। चलिए बताते हैं इसके बारे में।
डायरेक्टर धीरेंद्र कुमार के निर्देशन में बनी फिल्म ‘सास गारी देवे’ सीधे ओटीटी पर दस्तक देगी। इसे भोजपुरी संयुक्त परिवार की रोज़मर्रा की जिंदगी को बड़े ही संवेदनशील ढंग से पर्दे पर उतारा गया है। फिल्म की कहानी की बात की जाए तो ये तीन सास और तीन बहुओं के इर्द-गिर्द घूमती है। तीनों एक ही घर में रहती हैं और इनके बीच हर दिन किसी ना किसी बात को लेकर तकरार होती है। ताने-बाने चलते रहते हैं।
कहानी तब नया मोड़ लेती है जब घर की तीन बेटियां अपने-अपने ससुराल से नाराज़ होकर मायके लौट आती हैं। लेकिन ये बेटियां घर लौटकर केवल बेटी नहीं रहतीं, बल्कि अपनी मांओं के साथ मिलकर अपनी ही भाभियों के खिलाफ सास-बहू की लड़ाई का हिस्सा बन जाती हैं। कहानी में तकरार के साथ एंटरटेनमेंट का खास ख्याल रखा गया है। वहीं, कॉमेडी तो कमाल की है।
काजल यादव की एक्टिंग
फिल्म की सबसे चंचल और प्रभावशाली भूमिका है सबसे छोटी बहू होती है, जिसका किरदार आजमगढ़ की चर्चित अभिनेत्री काजल यादव ने निभाया है। उनका किरदार तुनक मिज़ाज, तीखा और हाजिर जवाब है, जो हर बहस को हवा देने को तैयार रहती है। वह तेज और तर्रार होती हैं। काजल ने इस भूमिका को इतनी स्वाभाविकता से निभाया है। उनकी कॉमिक टाइमिंग कमाल की है।
इसके साथ ही अन्य कलाकारों की बात की जाए तो इसमें रूपा सिंह ने बड़ी सास की भूमिका में हैं, जो एक संयमी, समझदार और घर को जोड़े रखने वाली स्त्री का किरदार निभाती हैं। बीना पांडेय, जो फ़िल्म में काजल यादव की मां की भूमिका में हैं। अभिनेता कुनाल तिवारी एक शांत लेकिन भावनात्मक बेटे और पति के किरदार में दिखते हैं, जो परिवार की खींचतान में फंसा हुए हैं।
कमाल का है क्लाइमैक्स में कहानी बदलती है
भोजपुरी फिल्म ‘सास गारी देवे’ का क्लाइमैक्स कमाल का है, जो फिल्म की मजबूत कड़ी होता है। बहरहाल, फिल्म का उद्देश्य है कि रिश्तों की अहमियत को बताना। फिल्म में दिखाया गया है कि घर के भीतर होने वाले झगड़े केवल मतभेद नहीं, बल्कि रिश्तों में छिपे उस अपनत्व का हिस्सा होते हैं, जो अक्सर किसी बाहरी को उन संबंधों में घुसने नहीं देता। जब परिवार किसी कठिन मोड़ पर होता है, तब जिम्मेदारी हमेशा घर की मां और बड़ों पर आती हैं जो रिश्तों को टूटने से पहले थाम लेते हैं। ‘सास गारी देवे’ एक ऐसी फिल्म है, जो ना केवल हंसाती है, बल्कि अपनेपन का एहसास भी कराती है।
कहां देख सकते हैं फिल्म?
इसके साथ ही अगर भोजपुरी फिल्म ‘सास गारी देवे’ को देखने की बात की जाए तो इसे आप ओटीटी प्लेटफॉर्म आसानी से देख सकते हैं। अब कहां पर देख सकते हैं? ये भी बताते हैं। फिल्म को आप ओटीटी प्लेटफॉर्म स्टेज ऐप (STAGE APP) पर जाकर देख सकते हैं, जो कि सब्सक्रिप्शन बेस्ड है।