रणबीर कपूर ने साल 2007 में फिल्म ‘सांवरिया’ से अपने करियर की शुरुआत की थी और इस फिल्म में उन्हें खूब पसंद किया गया था। उनके लुक्स की लड़कियां दीवानी हो गई थी, मगर उनके पिता दिवंगत एक्टर ऋषि कपूर को यकीन नहीं था कि उनका बेटा अपना फिल्मी करियर बना पाएगा। उन्होंने मेकर्स को यहां तक कह दिया था उनकी फिल्म फ्लॉप हो जाएगी।

सिद्धार्थ कनन के साथ  इंटरव्यू में एक्टर-फिल्ममेकर अनंत महादेवन ने ऋषि कपूर के बारे में कई सारी बातें की और ये भी बताया कि कैसे वो रणबीर कपूर के टैलेंट को लेकर श्योर नहीं थे। अनंत ने बताया कि ऋषि कपूर एक ईमानदार इंसान थे। उन्होंने कहा, “मैं फिल्म निर्माता या फिल्म का नाम नहीं लेना चाहता, लेकिन ऋषि कपूर गुस्से में थे। वह लगातार कह रहे थे कि उन्होंने रणबीर को वह फिल्म करने से रोकने की पूरी कोशिश की। मैंने उनसे कहा, ‘ऐसा मत करो, ऐसा मत करो, यह फिल्म नहीं चलेगी।’ फ्लॉप होगी, और इसे बनाने का कोई फायदा नहीं है।”उन्होंने आगे कहा, “वह ऐसे ही थे, इसे ईमानदारी कहते हैं।वह ऋषि कपूर थे।”

साल 2015 में ऋषि कपूर ने ‘द अनुपम खेर शो’ में रणबीर के साथ अपने रिश्ते को लेकर बात की थी और बताया था कि वो अपने बेटे के साथ दोस्त की तरह नहीं रहते।

ऋषि ने कहा था कि फिल्म इंडस्ट्री में कई लोग अपने बच्चों के साथ दोस्तों की तरह रहते हैं, लेकिन उनके पिता राज कपूर के साथ उनका रिश्ता ऐसा नहीं रहा और इसी वजह से उन्होंने भी बेटे रणबीर के साथ दोस्ती का रिश्ता नहीं रखा। उन्होंने इसे शीशे की दीवार बताया था। जिसका मतलब भी उन्होंने बताया था। उनका कहना था कि ऐसा रिश्ता जिसमें एक दूसरे को देखा जा सकता है, लेकिन महसूस नहीं किया जा सकता।

बता दें कि साल 2020 में ऋषि कपूर का कैंसर के कारण निधन हो गया था। इससे पहले वो ‘शर्माजी नमकीन’ की शूटिंग कर रहे थे, लेकिन तभी वह गंभीर रूप से बीमार हो गए और उनका निधन हो गया। फिल्म अधूरी रह गई थी, लेकिन उनके किरदार के बाकी हिस्से को परेश रावल ने निभाया था।