बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती की पर्सनल लाइफ में काफी उथल-पुथल देखने को मिली। इसकी वजह से उन्हें जेल भी जाना पड़ा और 28 दिनों तक वहां रहना पड़ा। हालांकि, अब एक्ट्रेस को इस मामले में क्लीन चिट मिल गई है। वहीं, हाल ही में ‘जलेबी’ एक्ट्रेस एनडीटीवी के एक इवेंट का हिस्सा बनीं, जहां उन्होंने जेल में बिताए अपने अनुभव के बारे में बात की और साथ ही यह भी बताया कि जब उन्हें क्लीन चिट मिली तो इस पर उनका रिएक्शन कैसा था। इतना ही नहीं, एक्ट्रेस ने बताया कि उन्होंने जेल में नागिन डांस किया था।
रिया ने बताया जेल का अनुभव
इंटरव्यू में बात करते हुए रिया से पूछा गया कि अगर जेल में कोई फिल्म बन रही हो और वह खुद उसकी निर्देशक हों, तो वह किसे कास्ट करेंगी? इसके जवाब में अभिनेत्री ने कहा, “मैं अपने किसी भी सहकर्मी के लिए ऐसी बदकिस्मती नहीं चाहूंगी। आपको कास्ट करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि असल जिंदगी में कई हीरो और हीरोइन जेल गए और वापस आए हैं।”
बातें करते हुए रिया ने जेल के अनुभव भी शेयर किए। उन्होंने कहा, “वहां आपको सब कुछ याद आता है कि आपके पास क्या था, जब आप सोच रहे थे कि कुछ भी नहीं है। क्योंकि जेल में तो कुछ भी नहीं मिलता है। आप अपने माता-पिता को हल्के में नहीं ले सकते, क्योंकि वे आपसे पूछते रहते हैं कि आपने खाना खाया या नहीं। जेल में आपका ख्याल रखने वाला कोई नहीं होता। मुझे अपने परिवार की सबसे ज्यादा याद आती थी।”
जेल जाने के बाद बदल जाता है नजरिया
एक्ट्रेस से जेल जाने के बाद क्या बदला इसके बारे में भी पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जेल जाने के बाद आप एक अलग इंसान बन जाते हैं। जिंदगी के प्रति आपका नजरिया बदल जाता है। आप यह सोचना बंद कर देते हैं कि लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं, क्योंकि इससे आपको डिप्रेशन जरूर होगा। आप लोगों की सोच से दूर हो जाते हैं। दूसरी बात, आप खाने की बहुत कद्र करने लगते हैं। घर का दाल-चावल भी पिज्जा जैसा नहीं लगता। आपको यह भी एहसास होता है कि दुनिया में आपके सिर्फ 3-4 दोस्त ही हैं, बाकी सब आपके दोस्त नहीं हैं।”
जेल में किया था नागिन डांस
बॉम्बे हाई कोर्ट से जमानत मिलने से पहले रिया चक्रवर्ती 28 दिनों तक जेल में रहीं। एक अभिनेत्री के तौर पर जेल में अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए, उन्होंने बताया, “लोगों ने मुझसे उनके लिए डांस करने को कहा। जमानत वाले दिन मैंने नागिन डांस किया। मैंने सोचा कि पता नहीं मैं उनसे अगली बार कब मिलूंगी और अगर मैं उन्हें खुशी के दो पल दे सकती हूं, तो क्यों न दूं? ऐसी अंडर-ट्रायल जेलों में ज्यादातर महिलाएं बेगुनाह और होपलेस होती हैं।”
क्लीन चिट मिलने की नहीं हुई खुशी
सीबीआई द्वारा सभी आरोपों में क्लीन चिट मिलने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “उस दिन मेरे घर में सब रोए थे। मैंने अपने भाई को गले लगाया और फूट-फूट कर रो पड़ी। जब मैंने अपने माता-पिता को देखा, तो मुझे एहसास हुआ कि हम सब हमेशा के लिए बदल गए हैं। अब हम पहले जैसे बेफिक्र परिवार नहीं रहे। उस पल ने हमें हमेशा के लिए बदल दिया।”
रिया ने आगे कहा, “जब मुझे क्लीन चिट मिली, तो मैं बहुत खुश नहीं थी। असल में, मुझे पता था कि मेरा कोई बहुत करीबी चला गया है और इसे कोई नहीं बदल सकता, लेकिन मुझे अपने माता-पिता के लिए राहत मिली। वे समाज में रहते हैं और लगातार लोगों का सामना करते हैं। उनके लिए हालात बहुत मुश्किल हो गए थे। मुझे लगा कि शायद अब वे थोड़ा और आजादी से घूम-फिर सकेंगे।”