रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को जमानत दे दी। इंटीरियर डिजाइनर को हत्या के लिए उकसाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद अर्नब गोस्वामी अपने ऑफिस में महाराष्ट्र सरकार पर जमकर दहाड़े।

अर्नब गोस्वामी ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,’मुझे गर्व है जो भी रिपोर्टिंग हमने की है, चाहे वो हाथरस हो, चाहे वो सुशांत सिंह राजपूत का केस हो, चाहे वो पालघर के साधुओं की हत्या हो। प्रॉब्लम उन्हें (महाराष्ट्र सरकार को) उन सब चीजों से है। उन्हें हमसे व्यक्तिगत प्रॉब्लम है हमारे से और मुझसे। उनकी दिक्कत हमारे पत्रकारिता के तरीके से है। मैं बताना चाहता हूं हमें इन राजनेताओं से स्पष्टीकरण नहीं चाहिए कि हमारी पत्रकारिता कैसी होनी चाहिए।’

इसके बाद अर्नब गोस्वामी बोले,’हम कभी समझौता नहीं करेंगे। नेशन फर्स्ट नो कंप्रोमाइज (पहले देश, कोई समझौता नहीं), लेट दी फाइट बिगेन। इन्होंने सोचा था, इनकी हिम्मत थी सोचने के लिए कि एक आदमी का मनोबल तोड़कर, एक नेटवर्क का मनोबल तोड़ेंगे।’

अर्नब गोस्वामी ने आगे कहा,’मुझसे पिछले तीन दिनों से जेल में पुलिस ने तीन राउंड की पूछताछ की,यह असामान्य है। मुझे समझ नहीं आता उनकी हमसे दिक्कत क्या है ? वो 24 घंटे रिपब्लिक-रिपब्लिक करते रहते हैं, कुछ काम करने को नहीं है क्या उनको? अपने वकीलों को रुपए देते हैं हर बार, हमारे खिलाफ खड़े होने के लिए। उद्धव ठाकरे जी सुन लीजिए इतनी सामग्री और इतनी आर्थिक शक्ति, अगर आप इसका एक पर्सेंट भी जनता के लिए इस्तेमाल करते तो लोग आपको याद करते।’

इसके बाद अर्नब गोस्वामी ने कहा,’ उद्धव ठाकरे जी आप चाहें ना चाहें, उद्धव ठाकरे जी मुझे सुनिए आप हार गए आज। क्या सोचा था तलोजा जेल में मुझे ठोकरे खिलाकर चेंज करोगे, मैं चेंज नहीं करूंगा उद्धव जी। मगर आपको आज तलोजा जेल के बाहर होना चाहिए था जब मैं बाहर आया। वो मेरे कोई पॉलिटिकल वर्कर नहीं थे,जनता थी वहां पर।’

बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने अर्नब गोस्वामी और अन्य दो आरोपियों को 50-50 हजार के निजी मुचलकों पर जमानत दी थी। अर्नब गोस्वामी की जमानत के बाद ट्विटर पर राजनेताओं की तरफ से तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।