बॉलीवुड के सदाबहार विलेन रंजीत ने 70 के दशक से 2000 के दशक तक बड़ी फिल्मों का हिस्सा रहे। उन्होंने अपना फिल्मी करियर 1970 में शुरू किया था, उन्होंने ‘हलचल’, ‘शर्मीली’ जैसी फिल्मों से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की और ऐसे ही लगभग 200 फिल्में की। मगर पहली ही फिल्म के बाद उन्हें उन्हीं के घर से निकाल दिया गया था और ऐसा करने वाले उनके पिता थे। इसके पीछे क्या कारण था ये हम आपको बताने जा रहे हैं।

कोविड 19 के बाद फिल्म इंडस्ट्री के बाकी खलनायकों के साथ रंजीत, कपिल शर्मा के शो में आए थे, जहां उन्होंने मजेदार किस्सा बताया था। एक किस्सा उनकी पहली फिल्म से जुड़ा था, जब हीरोइन के थप्पड़ मारने के कारण उनके पिता ने उन्हें घर से बाहर कर दिया था। उन्होंने कहा, “जब मैंने मेरी पहली फिल्म की थी ‘शर्मीली’ और मेरे पिता ने मुझे घर से बाहर फेंक दिया था। उन्होंने कहा था, ‘बाप की नाक कटा दी’।”

इसके पीछे का कारण बताते हुए रंजीत ने कहा, “वो मुझ पर इसलिए गुस्सा थे, क्योंकि मैंने फिल्म में राखी के साथ छेड़छाड़ की थी। इसमें मुझे उसके कपड़े फाड़ते और उसके बाल खींचते हुए दिखाया गया था।” इस पर वो भड़क गए थे। उन्होंने कहा था, “अगर तुम्हें एक्टिंग करनी थी, तुम डॉक्टर का रोल कर लेते, इंजीनियर बन जाते, पुलिस का रोल कर लेते, लेकिन तुमने क्या किया? तुम क्या कर रहे हो, एक लड़की को प्रताड़ित कर रहे हो?”

इससे पहले आईएएनएस से बात करते हुए रंजीत ने कहा था, “मैं फिल्म इंडस्ट्री में 50 साल पूरे कर रहा हूं। मैंने अपनी शर्तों पर जिंदगी जी है। मेरा कोई गॉडफादर नहीं था। एक खलनायक की छवि के बावजूद, मैं इतने सालों में कभी किसी विवाद में नहीं फंसा। मैं कह सकता हूं कि मैंने बहुत शान से जिंदगी जी है।”

एक्टिंग नहीं एयरफोर्स था रंजीत का करियर ऑप्शन

रंजीत का अभिनय करियर अचानक शुरू हुआ। वे भारतीय वायु सेना में चुने गए थे लेकिन उन्होंन ट्रेनिंग के बीच में ही इसे छोड़ दिया। एक बार वो मुंबई में एक पार्टी में शामिल हुए, जहां उन्हें एक प्रोड्यूसर ने फिल्म ऑफर की और रंजीत ने तुरंत हां कह दिया। हालांकि, उनकी पहली फिल्म कभी रिलीज नहीं हो पाई क्योंकि ये कभी पूरी नहीं हो पाई।