1 अगस्त 2025 को 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा की गई, जिसमें ’12वीं फेल’ को बेस्ट फिल्म चुना गया और इसके लिए विक्रांत मैसी ने शाहरुख खान के साथ बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड शेयर किया। रानी मुखर्जी ने Mrs Chatterjee vs Norway के लिए अवॉर्ड जीता। ये इन तीनों का ही पहला नेशनल अवॉर्ड है। रानी मुखर्जी और विक्रांत मैसी ने आभार व्यक्त किया है।

रानी ने मदर्स को समर्पित किया अपना अवॉर्ड

रानी ने कहा, “मैं ‘मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे’ में अपने प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतकर अभिभूत हूं। संयोग से, ये मेरे 30 साल के करियर में पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है। एक अभिनेता के रूप में, मैं भाग्यशाली हूं कि मेरे काम में कुछ अविश्वसनीय फिल्में हैं और मुझे उनके लिए बहुत प्यार मिला है। मैं ‘मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे’ में मेरे काम को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जूरी को धन्यवाद देती हूं। मैं इस पल को फिल्म की पूरी टीम, मेरे निर्माता निखिल आडवाणी, मोनिशा और मधु, मेरी निर्देशक आशिमा छिब्बर और उन सभी के साथ साझा करती हूं जिन्होंने मातृत्व के लचीलेपन का जश्न मनाने वाले इस विशेष प्रोजेक्ट पर काम किया। मेरे लिए, ये पुरस्कार मेरे 30 साल के काम, मेरे क्राफ्ट के प्रति समर्पण का एक वेलिडेशन भी है जिसके साथ मैं एक गहरा आध्यात्मिक संबंध महसूस करती हूं और सिनेमा और हमारे इस खूबसूरत फिल्म इंडस्ट्री के लिए मेरा जुनून है।”

“मैं अपना राष्ट्रीय पुरस्कार दुनिया की सभी अद्भुत माताओं को समर्पित करती हूं। एक मां के प्यार और अपने बच्चों की रक्षा के लिए उसकी वीरता जैसा कुछ नहीं है। इस भारतीय प्रवासी मां की कहानी, जिसने अपने बच्चे के लिए सब कुछ त्याग दिया और पूरे देश को चुनौती दी, ने मुझे अंदर तक झकझोर दिया। एक मां का अपने बच्चे के लिए प्यार निस्वार्थ होता है। मुझे इसका एहसास तब हुआ जब मेरा अपना बच्चा हुआ। इसलिए, ये जीत, ये फिल्म बेहद भावनात्मक और व्यक्तिगत है। एक मां अपने बच्चों के लिए पहाड़ भी हिला सकती है और दुनिया को एक बेहतर जगह भी बना सकती है। इस फिल्म ने यही दिखाने की कोशिश की है।”

उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि यह सही समय है कि मैं दुनिया भर के अपने सभी प्रशंसकों का एक बार फिर शुक्रिया अदा करूं, जिन्होंने इन 30 सालों में हर मुश्किल घड़ी में मेरा साथ दिया है! आपका निस्वार्थ प्यार और समर्थन ही वह सब कुछ है जिसकी मुझे हमेशा प्रेरणा पाने, हर दिन काम पर आने और आपका मनोरंजन करने वाले प्रदर्शन करने के लिए ज़रूरत थी। आपने हर भूमिका, हर किरदार, हर कहानी को अपनाया है जिसे जीवंत करने का सौभाग्य मुझे मिला है। इसलिए, आपके बिना आज मैं कुछ भी नहीं होती।”

विक्रांत मैसी ने शाहरुख के साथ अवॉर्ड शेयर करने की जताई खुशी

विक्रांत मैसी ने कहा, “मैं माननीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, एनएफडीसी और 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के सभी सम्मानित निर्णायक मंडल सदस्यों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मेरे अभिनय को इस सम्मान के योग्य समझा। मैं श्री विधु विनोद चोपड़ा जी को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मुझे ये अवसर दिया। आज, अगर मैं ऐसा कहूं तो, एक 20 साल के लड़के का सपना सच हो गया है। मेरे अभिनय को सम्मान देने और इस फिल्म को इतने प्यार से सुझाने के लिए मैं दर्शकों का हमेशा आभारी रहूंगा।

शाहरुख खान जैसे दिग्गज के साथ अपना पहला राष्ट्रीय पुरस्कार साझा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। अंत में, मैं ये पुरस्कार हमारे समाज के सभी लोगों को समर्पित करता हूं, जिन्हें अक्सर नजरअंदाज किया जाता है, और जो हर दिन हमारे देश के सामाजिक-आर्थिक प्रतिमान से जूझ रहे हैं।”

‘कटहल: अ जैकफ्रूट मिस्ट्री’ को बेस्ट हिंदी फिल्म का सम्मान मिलने पर गुनीत मोंगा कपूर ने भी खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा है, “हर बार जब भारत के दिल से निकली कोई कहानी सम्मानित होती है, तो यह उन सभी आवाजों की जीत होती है जो सुने जाने के लायक हैं। हमें ये बताते हुए बेहद गर्व हो रहा है कि ‘कटहल: अ जैकफ्रूट मिस्ट्री’ को 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला है। इस सम्मान के लिए हम दिल से आभारी हैं। हमारे प्रतिभाशाली निर्देशक यशोवर्धन मिश्रा और उनके सह-लेखक अशोक मिश्रा को दिल से बधाई, जिन्होंने इतनी धारदार, मौलिक और इंसानियत से भरी कहानी रची। हमारे प्रोड्यूसिंग पार्टनर्स एकता कपूर और शोभा कपूर (बालाजी टेलीफिल्म्स) का विशेष धन्यवाद।”

“हमारी भरोसेमंद प्लेटफॉर्म पार्टनर नेटफ्लिक्स इंडिया, और वहां की शानदार टीम – मोनिका शेरगिल, रुचिका कपूर शेख, और उन दो खास लोगों को धन्यवाद जिन्होंने इस सफर की शुरुआत की – प्रतीक्षा राव और अंकिता सिंह। मेरे को-प्रोड्यूसर अचिन जैन और सिख्या एंटरटेनमेंट की पूरी टीम – आप लोगों के बिना यह फिल्म संभव नहीं हो पाती। आपका साथ और विश्वास हमारे लिए अनमोल है। और हमारी लीड एक्ट्रेस सान्या मल्होत्रा – महिमा का किरदार आपने जिस खूबसूरती और सादगी से निभाया, उसने दिल जीत लिया। आपने इस किरदार में जो गहराई, गर्मजोशी और मजबूती दिखाई, वो काबिले-तारीफ है। इस कहानी को इतनी गरिमा और सच्चाई के साथ आगे ले जाने के लिए धन्यवाद। मध्य प्रदेश की संस्कृति और वहाँ की मिट्टी में पूरी फिल्म की शूटिंग हुई। ‘कटहल’ एक व्यंग्यात्मक कहानी है, जो हमारे रोज़मर्रा के जीवन से जुड़ी है – और ये याद दिलाती है कि सच कई बार सबसे अनोखी जगहों में छुपा होता है। एमपी की सादगी ने हमारी फिल्म को और भी खास बना दिया। ये जीत हर उस कहानीकार के नाम है जो दुनिया को थोड़ा और करीब से देखने की हिम्मत करता है और ऐसी कहानियां सुनाता है जो मायने रखती हैं। बहुत बहुत शुक्रिया!”

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