उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को हुआ। सूबे में खासकर पश्चिमी यूपी पर सबकी निगाहें हैं। यहां कई जिलों में जाट समुदाय के लोग बीजेपी से नाराज बताए जा रहे हैं। किसान नेता राकेश टिकैत भी बीजेपी की जमकर खिलाफत कर रहे हैं। मोदी-योगी सरकार पर अक्सर हमलावर नजर आने वाले राकेश टिकैत ने मजे लेते हुए कहा कि इस बार बीजेपी का वोट कोको लेकर चला गया। अब ये बीजेपी वाले खोजें कि कोको आखिर गया कहां? टिकैत के कोको वाले बयान पर सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया आ रही है। तमाम यूजर्स फनी कमेंट्स कर रहे हैं और मीम्स बना रहे हैं।

पवन पवार नाम के यूजर ने चुटकी ली, ‘अब ऑक्सफोर्ड को अपनी डिक्शनरी में एक और शब्द शामिल करना पड़ेगा…कोको’। सन ऑफ फॉर्मर नाम के हैंडल से कमेंट आया, ‘इस तरह मैन ऑफ द मैच का खिताब कोको के नाम।’ मिट्टू ने लिखा, ‘इस वक्त पूरा उत्तर प्रदेश कोको को ढूंढ रहा है।’ सैफ ने लिखा, ‘Hand pump is कोको RLD’।

आरएलडी नेता जयंती चौधरी ने भी मजे लेते हुए लिखा, ‘लोग डिक्शनरी में कोको का मतलब ढूंढ रहे हैं।’ पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, ‘डूबती लुटिया। कानपुर देहात, योगी जी की रैली में भीड़ ने रिकॉर्ड तोड़ दिया। कोको भी आई’।

‘गौशाला के लाइसेंस आरएसएस और बीजेपी के लोगों के पास’: एक इंटरव्यू के दौरान जब राकेश टिकैत से किसानों और सरकार को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गौशाला के लाइसेंस आरएसएस और बीजेपी के लोगों के पास है। जो सरकार का फंड है वो उनके पास जाता है और पशु किसानों के खेतों में जाता है। जो भी पशुओं के लिए फंड है वो इनके(आरएसएस और बीजेपी) के नेताओं की जेब में जाता है।  

किसकी बनेगी सरकार?: राकेश टिकैत से पूछा गया कि उतर प्रदेश में किसकी सरकार बनाने जा रही है? इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार से लोग नाराज है और मुझे ये नहीं पता कि किसकी सरकार बनाने जा रही है लेकिन तानाशाह मुख्यमंत्री नहीं चाहिए। राकेश टिकैत ने एक अन्य इंटरव्यू में चुनाव में किसानों की भूमिका पर कहा कि किसानों की भूमिका के बारे में इनको पता है। 13 महीने इनको सरकार मिली नहीं.. ये सरकार की तलाश कर रहे हैं। टिकैत ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह केवल हिंदू- मुसलमान और जिन्ना पर अटक गई।

बता दें कि राकेश टिकैत किसान आंदोलन के बाद से ही लगातार सुर्खियों में हैं और सरकार के खिलाफ खुलकर बोल रहे हैं। पश्चिमी यूपी में राकेश टिकैत ने सरकार का विरोध किया और कहा कि जनता बदलाव चाहती है हालांकि वह किसी पार्टी नेता के पक्ष में खुलकर नहीं बोल रहे हैं।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान पश्चिमी यूपी में ही हुआ था। इसके बाद दूसरे चरण का मतदान सोमवार को हुआ। पश्चिमी यूपी में मतदान से पहले राकेश टिकैत ने कहा था कि पश्चिम यूपी में अब आपस में बांटने, झगड़ने, मुद्दाविहीन राजनीति करने के दिन लद गए। किसानों-कमेरों और ग्रामीण जनता ने नफरत को नकार मुद्दों पर वोट डाले, आगे भी डालेंगे। ये आंदोलन की देन है।लोकतंत्र की मजबूती और बेलगाम सरकारों पर अंकुश के लिए आंदोलन भी जरूरी है।