भातीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत बीते कई महीनों से केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। इन दिनों वह अपने बयानों को लेकर भी काफी चर्चा में हैं। हाल ही में राकेश टिकैत ने ‘आज तक’ को इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने सरकार पर नौजवानों को गुमराह करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने इंटरव्यू में भगवान राम की भी बात की। राकेश टिकैत ने कहा कि हम भगवान राम के वंशज हैं। वह हमारे राम थे, लेकिन इन्होंने बदलकर ‘जय श्री राम’ कर दिया है।
राकेश टिकैत ने अपने इंटरव्यू में कहा, “स्पेशल ट्रेन के नाम पर उनके किराए बढ़ा दिये गए। रेल चलाई तो नहीं, लेकिन उनके आगे स्पेशल लिखकर उनके नाम पर तीन गुणा किराए बढ़ा दिए। दो करोड़ लोग हर साल देश में बेरोजगार हो रहे हैं और यह 14 करोड़ नौजवानों की लड़ाई है। हम वह लड़ाई न लड़ें और मंदिर, मस्जिद व गुरुद्वारे में उलझकर रहें।”
राकेश टिकैत ने सरकार पर तंज कसते हुए आगे कहा, “हमने पहले ही कहा था कि ये देश ऋषि और कृषि आधारित देश है। अगर कृषि पद्धति में छेड़खानी करोगे तो हलचल होगी और ऋषि पद्धति में छेड़खानी करोगे तो भी हलचल ही होगी। अगर किसी के साथ भी छेड़खानी करोगे तो देश में अव्यवस्था पैदा होगी। हम लड़ाई कृषि के लिए कर रहे हैं और यह छेड़खानी ऋषि के साथ कर रहे हैं।”
राकेश टिकैत ने भगवान राम के बारे में बात करते हुए कहा, “रामचंद्र जी के हम वंशज हैं। वह भी रघुवंशी थे, हम भी रघुवंशी हैं। हमारे पूर्वजों का जन्म भी अयोध्या में ही हुआ था तो इनके रामचंद्र जी कहां से आ गए। हमारे राम थे, इनके हैं जय श्रीराम। हमारा तो राम-राम था, लेकिन इन्होंने वह भी बदलकर रख दिया। हमारा जन्म अयोध्या का है और हम रघुवंशी हैं।”
राकेश टिकैत यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, “रघु ऋषियों के राम हैं, उन्हीं के रहेंगे।” इंटरव्यू में किसान नेता ने एमएसपी के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा, “सरकार एमएसपी का गारंटी कार्ड तो दे दे। जब भारत सरकार एमएसपी दे रही है तो उसका कार्ड भी हमें दे दें। ये झूठ बोल रहे हैं और देश को गुमराह कर रहे हैं।”