किसान आंदोलन पर पॉप सिंगर रिहाना और अन्य इंटरनेशनल सेलेब्स के बयान के बाद इस मुद्दे पर सियासी घमासान मच गया है। एक तरफ विदेश मंत्रालय ने इस पर बयान जारी किया। तो दूसरी तरफ तमाम फिल्म स्टार्स से लेकर खिलाड़ी भी मुखर हो गए। जिसमें अभिनेता अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी, अजय देवगन और सचिन तेंदुलकर, कोहली जैसे खिलाड़ी शामिल थे। इसी बीच अब किसान नेता राकेश टिकैत का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे बॉलीवुड एक्टर्स-खिलाड़ियों के रिहाना वाले ट्वीट पर रिएक्शन का जवाब देते दिखे। टिकैत ने सचिन तेंदुलकर के ट्वीट पर भी प्रतिक्रिया दी।
राकेश टिकैत कहते हैं- सचिन तेंदुलकर को इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए। इस मामले में उनको नहीं पड़ना चाहिए। वो सबके हैं, वो खिलाड़ी हैं, देश उनका बहुत सम्मान करता है, उन्हें इस सब में नहीं पड़ना चाहिए।’ इसी वीडियो में टिकैत आगे कहते हैं कि सरकार से अभी बातचीत का कोई ऑफर नहीं आया है। उन्होंने कहा कि बिल वापसी ही मान सम्मान की लड़ाई है।
बता दें, सचिन तेंदुलकर ने अपने ट्वीट में कहा था- भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता है। बाहरी ताकतें दर्शक हो सकती हैं लेकिन प्रतिभागी नहीं। भारतीय ही भारत को जानते हैं और भारत के लिए फैसला करना चाहिए।आइए एक राष्ट्र के रूप में एकजुट रहें।
सचिन के इस कमेंट पर तमाम यूजर्स ने भी प्रतिक्रिया दी थी। कुछ उनके समर्थन में दिखे तो कई उनसे सवाल पूछते नजर आए थे। एक यूजर ने उनसे पूछा था- तो क्या जो दो महीने से कड़कड़ाती ठंड में किसान बैठे हैं वो भारतीय नहीं है? तब तो आपने कुछ नहीं कहा? एक यूजर ने लिखा था- डियर सचिन मैं आपको धोनी से भी ज्यादा प्यार करता हूं लेकिन माफ करिए आज आपने एक फैन खो दिया है।
Here is wat Rakesh Tikait said about Sachin Tendulkar
सचिन तेंदुलकर खिलाड़ी हैं उन्हें इस तरह की बात नहीं कहनी चाहिए
सरकार से अभी बातचीत का कोई ऑफर नहीं आया
बिल वापसी ही मान सम्मान की लड़ाई है
Got to ask him few questions btw heavy rush #FarmersStandingFirm #FarmersProtest pic.twitter.com/YwiBPYnm15
— Hemant Rajaura (@hemantrajora_) February 4, 2021
स्पिरिट ऑफ कांग्रेस नाम के अकाउंट से कमेंट आया- ‘170 किसान मर गए, उनमें से कितनों ने आपका क्रिकेट देखा होगा और आपको चियर किया होगा। आपने तब तो उनके लिए एक शब्द नहीं कहा।’ कुछ यूजर्स ने सचिन की बात का समर्थन करते हुए लिखा कि किसी भी विदेशी ताकत तो भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप का कतई अधिकारी नहीं है।
