पंजाब के फिरोजपुर में रैली के लिए जा रहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला फ्लाईओवर पर करीब 20 मिनट तक फंसा रहा था। इस मामले को लेकर प्रदेश की सरकार भाजपा जैसे विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई थी। दूसरी ओर गृह मंत्रालय ने भी मामले पर कार्रवाई करते हुए राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी। पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक पर किसान नेता राकेश टिकैत से भी चर्चा की गई। लेकिन उन्होंने उल्टा प्रधानमंत्री पर ही तंज कसना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, उन्हें अपने गांव आने का न्योता तक दिया।

किसान नेता राकेश टिकैत ने पंजाब में भाजपा की रैली में दिखाई दी खाली कुर्सियों का हवाला देते हुए कहा, “कुर्सी खाली रह गई तो इनसे पंडा कैसे छुड़ाएं।” उनकी बात पर न्यूज एंकर ने सवाल किया, ‘पीएम की सुरक्षा का मामला?’ इस बात का जवाब देते हुए किसान नेता ने कहा, “कहां था सुरक्षा का मामला? अगर देश में प्रधानमंत्री की सुरक्षा को खतरा है तो आम आदमी का क्या होगा।”

किसान नेता राकेश टिकैत की बात पर न्यूज एंकर भी सवाल करने से पीछे नहीं हटीं। उन्होंने कहा कि और चन्नी जी की जिम्मेदारी? तो वहीं राकेश टिकैत ने जवाब देते हुए कहा, “वो बगैर प्रोग्राम के वहां पर गए थे। 130 किलोमीटर का कोई सफर नहीं होता। हम तो कहते हैं कि प्रधानमंत्री सिसौली आएं।”

प्रधानमंत्री मोदी को अपने गांव आने का न्योता देते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “सिसौली आएं प्रधानमंत्री, बाय रोड आएं और 10 दिन पहले ही बता दें। इससे कम से कम क्षेत्र का विकास तो हो जाएगा।” उनकी बात पर बिफरते हुए न्यूज एंकर ने कहा, “मतलब अब प्रधानमंत्री को कहीं भी जाने से पहले दस दिन पहले बताना होगा? या बैन है उनका कहीं जाना?”

न्यूज एंकर की बातों का जवाब देते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “हमने यह नहीं कहा कि उनका कहीं आना-जाना बैन है। विकास हो जाता है। वह जिस रास्ते से निकलेंगे, सड़कें वहां पर पूरी चमाचम हो जाएंगी। हम गांव के लोगों का भी उद्धार होगा। पंजाब में किसान पहले से ही धरने पर बैठा था। हम उनके रास्ते में नहीं आए। रास्ते में वे पहले से ही बैठे रहे थे।”