दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग हटाने के बाद अब दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर से भी बैरिकेडिंग हटा ली है। दरअसल, कृषि कानूनों के विरोध में किसान 26 जनवरी को लाल किले की ओर रुख कर रहे थे, लेकिन इस दौरान यहां हिंसा भी हुई थी। हिंसा के बाद ही पुलिस ने यहां लोहे और सीमेंट के बैरिकेड्स लगा दिये थे। दिल्ली पुलिस की इस बात को लेकर राकेश टिकैत ने इंडिया टीवी को भी इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि हमने तो रास्ता रोका नहीं था। मोदी सरकार ने रास्ता रोका था।
राकेश टिकैत ने दिल्ली पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग हटाने पर कहा, “हटाना चाहिए बैरिकेडिंग। हमने तो रास्ता रोका नहीं था। मोदी सरकार ने रास्ता रोका हुआ था।” उनकी इस बात पर रिपोर्टर ने सवाल किया, “आज अगर पुलिस बैरिकेडिंग हटा रही है तो उम्मीद कर रहे हैं कि आम लोगों को राहत मिलेगी। हाइवे खाली होगा?”
रिपोर्टर के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा, “हमने कहां रोका हुआ है हाइवे।” इसपर रिपोर्टर ने सवाल किया, “जो आपने टेंट लगाए हुए हैं वो हटेंगे?” रिपोर्टर के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा, “हम कहां जाएंगे हटाकर। हम तो दिल्ली चलेंगे, पहले दिल्ली में धान बेचेंगे। दिल्ली की नई मंडी मिली है हमें संसद, ऐसे में हम पहले वहां पर जाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा है कि कहीं भी फसलें बेच लो।”
राकेश टिकैत ने अपने बयान में आगे कहा, “सबसे पहले हमारे ट्रैक्टर धान लेकर दिल्ली जाएंगे, उसके बाद बताएंगे कि कौन रोकता है कौन नहीं।” किसान नेता की बात पर रिपोर्टर ने सवाल किया, “लेकिन दिल्ली पुलिस का कहना है कि आंदोलन से जुड़े हुए किसानों ने रास्ता रोका हुआ है।” उनकी बात पर किसान नेता ने कहा, “हमने कहां बंद किया है, रास्ते खुलेंगे तो हम खुद भी तामझाम लेकर दिल्ली चलेंगे।”
राकेश टिकैत ने इंटरव्यू में आगे कहा, “संसद में जाएंगे हम, जहां कानून बनता है वहीं धान बिकेगा। हमने तो बाकी किसानों से भी कह दिया है कि तैयारी कर लो। अब तो मंडी के बाहर कहीं भी बेचे जा सकते हैं।” किसान नेता की बात पर रिपोर्टर ने सवाल किया, “टेंट हटेंगे या नहीं?” इस पर भाकियू नेता ने कहा, “आपकी गाड़ी कहीं रुक रही है, हमारी तरफ से कुछ रुकावट नहीं है।”
