कृषि कानूनों की वापसी के बाद बीते 15 दिसंबर को किसान नेता राकेश टिकैत अपने गांव सिसौली पहुंच गए। लेकिन आंदोलन खत्म होने के बाद भी वह किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं। कृषि मामले के संबंध में वह सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं। हाल ही में उन्होंने इसी सिलसिले में एबीपी न्यूज को इंटरव्यू दिया गया था। यहां उनसे राजनीति पर तो सवाल किया ही गया, साथ ही पूछा गया कि उन्हें पंडित नेहरू से लेकर पीएम मोदी तक में सबसे बेहतर प्रधानमंत्री कौन लगा।
राकेश टिकैत से सवाल करते हुए न्यूज एंकर सुमित अवस्थी ने कहा, “अगर एक से 10 के स्केल में मैं आपसे पूछूं कि सबसे बेहतर प्रधानमंत्री आपको कौन लगा तो आप कितना नंबर देना चाहेंगे। आप राजनीतिक तौर पर एक्टिव रहे हैं, चुनाव भी लड़ा है आपने। तो आप देश के सबसे सफल प्रधानमंत्री किसे कहेंगे?”
पत्रकार का जवाब देते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “अपने टाइम के हिसाब से सारे ही ठीक रहे हैं। वक्त के हिसाब से सबने अपना-अपना काम किया है। जब देश में अनाज की कमी थी तो लाल बहादुर शास्त्री का नाम आता है। जब युद्ध का वक्त आया तो इंदिरा गांधी का भी नाम आता है। मनमोहन सिंह का भी नाम आता है।”
राकेश टिकैत ने अपनी बात को बढ़ाते हुए आगे कहा, “वक्त के हिसाब से। वक्त और परिस्थिति बदलती रहती है। चंद्रशेखर जी का आता है, देवगौड़ा जी का भी नाम आता है। कोई एक के उसमें सारी चीजें नहीं की जा सकती हैं।” इसके साथ ही किसान नेता से पूछा गया कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में आप क्या कहेंगे, उन्होंने पांच सालों में कैसा काम किया?
पत्रकार की बात का जवाब देते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “ये भी सलाह ज्यादा लेते हैं। जो ये रिपोर्ट मंगवाते हैं, वो रिपोर्ट नीचे से घूम-फिरकर आती है। जब तक देर हो जाती है और मामला भी निपट जाता है। अगर सीधा मुख्यमंत्री को पावर हो और वो डायरेक्ट काम करे तो वह ज्यादा काम कर सकते हैं। सलाहकार उनके ठीक हों।”
