किसान संगठनों के विरोध के बीच पिछले दिनों पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था। इस ऐलान के बाद सवाल उठ रहा है कि किसान संगठन अपना प्रदर्शन कब खत्म करेंगे? न्यूज 24 के एक शो में एंकर संदीप चौधरी ने भारतीय किसान यूनियन (BKU) नेता राकेश टिकैत से इसी मुद्दे पर सवाल किया।
इसी बातचीत के दौरान एंकर ने पूछा, ‘बीजेपी पर जो दबाव बन रहा है उसको लेकर बहुत से लोग सवाल कर रहे हैं, क्या राकेश टिकैत बीजेपी की सेफ्टी वॉल हैं?’
इस सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा- ‘सरकार इस तरह का प्रचार कराएगी। अभी सरकार की तरफ से मीडिया के माध्यम से और लोगों के माध्यम से ये प्रचार कराया जाएगा। ये 8 दिनों का वक्त किसानों के लिए क्राइसिस वाला होगा। किसानों को इसका डटकर मुकाबला करना होगा, जवाब देना होगा। उनकी जो फसलें आधे रेट पर बिक रही हैं, उसके लिए तैयार रहें और हताश होने की जरूरत नहीं है।’ इस पर एंकर ने पूछा- ‘मतलब, आप कह रहे हैं कि अभी किसानों को लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना पड़ेगा?।’
ज्ञात हो, संयुक्त किसान मोर्चा की पिछले हफ्ते बैठक हुई थी, जिसके बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था कि केंद्र सरकार एमएसपी के मुद्दे पर किसानों से सीधे बात करे। सरकार हमसे बातचीत नहीं करना चाहती है।
क्या महबूबा मुफ्ती का भी साथ देंगे? आपको बता दें कि एक इंटरव्यू में पत्रकार अमिश देवगन ने राकेश टिकैत से सवाल किया था कि महबूबा मुफ्ती कह रही हैं कि धारा 370 पर भी फैसला होना चाहिए। क्या आप उनका भी साथ देंगे?
इसके जवाब में राकेश टिकैत ने कहा था, ‘हमारा इन सब चीजों से क्या मतलब है? हम इस मुद्दे पर बात ही नहीं करना चाहते हैं। हमसे आप खेती-किसानी के मुद्दे पर सवाल करें…।’ टिकैत ने आगे कहा था कि हमारे शुरू से ही चार मुद्दे थे, जिनमें एमएसपी पर कानून भी शामिल था।