हरियाणा के टोहाना में किसानों की गिरफ्तारी का मामला तुल पकड़ता जा रहा है। जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली की शिकायत पर किसानों के खिलाफ मामला दर्ज़ किया गया है। शुक्रवार को गिरफ्तारी के विरोध में किसानों ने जींद-कैथल मार्ग को घंटों जाम रखा था। किसान नेता राकेश टिकैत भी इस मामले पर काफी उग्र नजर आए हैं। उन्होंने कहा है कि अगर गिरफ्तार किसानों को हरियाणा सरकार नहीं छोड़ती तो वो भी गिरफ्तारी देंगे। साथ ही उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर भी निशाना साधा है।
राकेश टिकैत ने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में किसान 6 महीने से अधिक समय से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन उनकी बात नहीं सुनी जा रही। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आगे से अब कोई चाय वाला पीएम नहीं बन सकता।
नेशनल दस्तक नाम से एक मीडिया प्लेटफॉर्म से बातचीत में राकेश टिकैत ने कहा, ‘एक लोकतांत्रिक देश में जहां यह कहते हैं कि चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बन सकता है और अन्न बेचने वाला अपनी बात कहने के लिए दिल्ली में आया, छह महीने तक उसकी बात नहीं सुनी गई। आने वाले समय में कोई चाय वाला और कोई गांव का आदमी फिर प्रधानमंत्री नहीं बन सकता – ये चीजें उन (पीएम मोदी) पर भी लागू होगी।’
सुन ले हरियाणा सरकार कल तक अगर टोहाना जींद में गिरफ्तार किसान रिहा नहीं किए गए तो कल किसानों के साथ टोहाना थाने में गिरफ्तारी दूंगा।#FarmersProtest @aajtak @PTI_News @news24tvchannel @ndtv @meelrajaram @Kisanektamorcha @ajitanjum @AmarUjalaNews @htTweets
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) June 4, 2021
टिकैत ने आगे कहा, ‘अगर देश में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ेगी, अगर शांतिपूर्ण प्रदर्शन को आप नहीं सुनोगे तो फिर वो कहावत खराब होगी कि लोकतंत्र में एक आदमी जो गांव से आता है, प्रधानमंत्री के पद तक जाता है, वो नहीं होगा फिर।’
वहीं राकेश टिकैत ने एक ट्वीट भी किया है जिसमें वो किसानों की गिरफ्तारी के मामले पर बेहद गुस्से में दिख रहे हैं। अपने ट्वीट में राकेश टिकैत ने लिखा, ‘सुन ले हरियाणा सरकार कल तक अगर टोहाना जींद में गिरफ्तार किसान रिहा नहीं किए गए तो कल किसानों के साथ टोहाना थाने में गिरफ्तारी दूंगा।’
आपको बता दें कि हरियाणा के टोहाना में किसानों और जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली के बीच झड़प की खबरें सामने आई थीं। किसानों ने विधायक के कार्यक्रम का विरोध किया था जिसके बाद झड़प हुई थी। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए किसानों पर सख्त कारवाई की बात कही थी जिसके बाद किसानों की गिरफ्तारी का मामला सामने आया।