उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हाल ही में प्रदेश के किसानों की खुशहाली का दावा करते हुए एक विज्ञापन निकाला जिसमें सीएम योगी गेहूं के खेत में खड़े मुस्कुराते दिखाई दिए थे। इस विज्ञापन में सरकार ने दावा किया कि गन्ना किसानों को 1 लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। योगी सरकार के ‘भरपूर फसल खुशहाल किसान’ विज्ञापन पर किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने निशाना साधा है।

उन्होंने कहा है कि योगी सरकार झूठ बोलने में गोल्ड मेडल जीतेगी। पत्रकार अजीत अंजुम ने राकेश टिकैत से विज्ञापन को लेकर सवाल किया जिस पर वो बोले, ‘स्वर्ण पदक जीतेगी सरकार। दुनिया में पहली सरकार होगी जिसको स्वर्ण पदक देंगे। झूठ बोलने पर स्वर्ण पदक देंगे।’

राकेश टिकैत ने गेहूं के खेत में खड़े योगी आदित्यनाथ की तस्वीर को देखते हुए कहा, ‘अगर इनको इतना ज्ञान होता कि इस वक्त गेहूं की फसल नहीं होती, गन्ना होता है ज्वार होती है। झूठ बोलने में स्वर्ण पदक अगर कोई सरकार जीत रही है तो ये बीजेपी की सरकार जीत रही है।’

सरकार के दावे को झुठलाते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि गन्ने का भुगतान आज भी बाकी है। हमने गन्ना बेचा, उसका पैसा मिला, एग्रीमेंट टाइम पर नहीं मिला, कहां से भुगतान हुआ।

 

योगी आदित्यनाथ सरकार के विज्ञापन पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि सरकार पूरे पन्ने का विज्ञापन देकर किसानों की दुर्दशा को नहीं छुपा सकती। उन्होंने सवाल पूछा कि सरकार के तीनों कृषि कानूनों के लिए क्या कदम उठाए हैं जिसके लिए किसान पिछले 8 महीनों से आंदोलन कर रहे हैं।

उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, ‘किसान इस देश की आत्मा हैं। उप्र सरकार फुल पेज विज्ञापन देकर किसानों की बदहाली छिपा नहीं सकती। बताइए आपने क्या किया? छुट्टा पशुओं को लेकर? फसल नुकसान के मुआवजे पर? गन्ना मूल्य के भुगतान पर? काले कृषि कानूनों पर? महंगाई और बिजली के दाम को लेकर?’