कृषि कानूनों की वापसी के बाद किसानों ने सरकार द्वारा पेश किये गए प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए आंदोलन को भी खत्म कर दिया। वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी आंदोलन के खत्म होने के बाद आज अपने घर यानी सिसौली लौट गए। हालांकि जाने से पहले उन्होंने न्यूज 24 को इंटरव्यू दिया, जहां उन्होंने यूपी चुनाव के साथ-साथ किसान आंदोलन के बारे में भी बातचीत की। इंटरव्यू के बीच ही किसान नेता से आंदोलन के खलनायक के बारे में भी सवाल किया गया।

किसान नेता राकेश टिकैत से रिपोर्टर ने सवाल किया, “आपकी नजर में इस आंदोलन का सबसे बड़ा खलनायक कौन है?” रिपोर्टर के इस सवाल का जवाब देने से राकेश टिकैत भी पीछे नहीं हटे। भाकियू नेता ने कहा, “देश का आखिरी बादशाह।” उनके जवाब पर रिपोर्टर ने कहा, “जनता यह जवाब समझ नहीं पाएगी।”

रिपोर्टर की बातों पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “जनता को कहां समझाने की जरूरत है, टाइम आएगी तो जनता सब समझ जाएगी।” किसान आंदोलन से दूर होने वाले लोगों के बारे में बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “भय और लालच के कारण लोग आंदोलन से हट जाते हैं।” उनकी बात पर रिपोर्टर ने पूछा, “राकेश टिकैत को भय नहीं लगा, या उन्हें लालच नहीं दिया गया?”

पत्रकार की बात पर राकेश टिकैत ने कहा, “न हमें लालच चाहिए और न ही हमें भय है। मान और लालच में से एक चीज मिलेगी, आप कुछ भी ले लो। लालच का मतलब होता है कि आप अपनी प्रॉपर्टी ले लो, व्यापार बचाना है तो भी आंदोलन से हट जाओ। अब हमारे पास में तो है ही कुछ नहीं तो क्या ही करेगा कोई।” इंटरव्यू के बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने यूपी चुनाव पर भी बात की।

किसान नेता से पूछा गया, “आंदोलन के दौरान जो चुनाव हुए, वहां राकेश टिकैत जाते थे और भाजपा के खिलाफ प्रचार करते थे। आंदोलन खत्म हो गया है, आपकी मांगें मान ली गई हैं, इसके बाद अब यूपी में चुनाव होने वाला है, उसमें आपकी क्या भूमिका होगी?” उनकी बात पर राकेश टिकैत ने कहा, “जिस दिन चुनाव आचार संहिता लग जाएगी, उस दिन बताएंगे।”