Hrithik Roshan: ऋतिक रोशन भले ही स्टार किड हैं, लेकिन उनके पिता राकेश रोशन (Rakesh Roshan) नहीं चाहते थे कि वे फिल्मों में आएं। हालांकि ऋतिक जब फिल्मों में आए तो उन्हें किसी भी तरह की रियायत नहीं मिली थी। ऋतिक रोशन को इंडस्ट्री में खुद का नाम बनाने के लिए काफी स्ट्रगल भी करना पड़ा। उन्होंने पिता की बनाई फिल्मों में उन्हें असिस्ट भी किया। तब जाकर उनके पिता को उनकी काबिलियत पर भरोसा हुआ और उन्हें एक एक्टर बनने की इजाजत मिली।

इस बारे में ऋतिक रोशन ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था। ऋतिक ने कहा था कि उनके पापा नहीं चाहते थे कि वह इस लाइन में आएं। इसके पीछे एक वजह थी। ऋतिक ने बताया था- हमारे घर में फिल्मों को लेकर कम बातें हुआ करती थीं। जब मेरे पिता को पता चला कि मैं एक्टर बनने की तैयारी कर रहा हूं तो वह पूरी तरह से इसके खिलाफ थे। उन्होंने कहा था कि तुम एक्टर्स की लाइफ के बारे में नहीं जानते हो। हर शुक्रवार उनका नसीब बदलता है। हर वक्त ऊपर नीचे चलता रहता है, और स्टेबिलिटी बहुत जरूरी होती है इसमें। ऐसे में पहले तुम स्टेबल होना सीखो इसके बाद जो करना है करो, लेकिन हॉबी के तौर पर। मेरा इंडस्ट्री में स्वागत नहीं हुआ था। मेरे पिता भी अपने करियर में काफी ऊपर नीचे ऊपर नीचे हुए थे। 20 साल के बाद उऩ्हें सक्सेस मिली।’

ऋतिक ने आगे बताया था- ‘मुझे पता ही नहीं था कि इसके अलावा मैं और कुछ करूंगा। तो मेरे पास चॉइस ही नहीं थी। लेकिन मेरे मन में बस ये था कि मुझे एक्टिंग करनी है, इसमें मुझे काफी कुछ एक्सप्लोर करना है।’ इसके बाद राकेश रोशन ने ऋतिक में छिपा एक कलाकार और उनकी लगन को देखा। फिर राकेश रोशन ने कहो ना प्यार है बनाई, जिसमें ऋतिक रोशन को लिया गया।

बता दें, ऋतिक रोशन ने अपने पापा राकेश रोशन की फिल्म कोयला (Koyla) और शाहरुख खान और सलमान खान की फिल्म करण अर्जुन (Karan Arjun) में उन्हें असिस्ट किया था।