नए साल पर सुपरस्टार रजनीकांत की राजनीतिक पार्टी की लांचिंग के कयास लगाए जा रहे थे। परंतु पिछले सप्ताह बिगड़ी तबीयत के बाद रजनीकांत ने राजनीति में ना आने का फैसला किया है। अब तमिल फिल्मों के जाने-पहचाने अभिनेता ने स्पॉटबॉय को बताया है,’रजनीकांत सर के परिवार से कोई नहीं चाहता था कि वो राजनीति में आएं। वो तो अपने चाहने वालों की वजह से राजनीति में आना चाहते थे। वो कभी पॉलिटिक्स के लिए बने ही नहीं थे।’
नए साल पर राजनीतिक पार्टी लांच करने के लगाए जा रहे थे कयास : रजनीकांत पिछले कुछ समय से राजनीति में सक्रिय हैं। 2021 में उनकी नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा की उम्मीद भी जताई जा रही थी। कुछ दिन पहले रजनीकांत के राजनीतिक सलाहकार तमिलारूवी मनियन ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी 2021 विधानसभा चुनाव में सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। रजनीकांत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थक माना जाता है । वो कई बार उनकी तारीफ भी कर चुके हैं।
पिछले सप्ताह रजनीकांत को ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव के बाद हैदराबाद के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद रजनीकांत को रविवार को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। हालांकि डॉक्टरों ने उनको कंप्लीट बेड रेस्ट की सलाह दी है। रजनीकांत की तबीयत 25 दिसंबर को उस वक्त खराब होनी शुरू हुई थी जब वो अपनी फिल्म ‘अन्नाथे’ की शूटिंग कर रहे थे। इसके अलावा ‘अन्नाथे’ फिल्म के 8 क्रू मेंबर्स कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए थे।
कमल हासन कर चुके हैं राजनीति में एंट्री : दक्षिण भारतीय फिल्मों के अन्य सुपरस्टार कमल हासन भी तमिलनाडु की राजनीति में बेहद सक्रिय हैं। उन्होंने फरवरी 2018 में ‘मक्कल नीधि मय्यम’ नाम से एक राजनीतिक पार्टी का गठन किया था। उनकी पार्टी ने तमिलनाडु में 2019 लोकसभा चुनाव भी लड़ा था हालांकि उनकी पार्टी कोई सीट नहीं जीत पाई थी। हाल ही में कमल हासन ने ऐलान किया कि वे 2021 में तमिलनाडु विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। कमल हासन भाजपा और नरेंद्र मोदी के खिलाफ काफी मुखर रहते हैं। उन्होंने नए संसद भवन को लेकर भी नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था।