बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना का एक दौर में ऐसा स्टारडम था कि उनके बंगले ‘आशीर्वाद’ के बाहर हजारों फैन्स इकट्ठा हो जाया करते थे। ‘काका’ के प्रति प्रशंसकों की दीवानगी का जिक्र करते हुए सलीम खान ने एक इंटरव्यू में कहा था कि, ‘आज भले ही मेरे बेटे (सलमान खान) को देखने हजारों लोग घर के बाहर आते हों, लेकिन मैंने इससे भी भयानक नज़ारा राजेश खन्ना के घर के बाहर देखा है, जहां दूर-दूर तक सिर्फ उनके फैन्स नज़र आते थे।’ हालांकि बाद के दिनों में जब राजेश खन्ना का सितारा डूबा तो वे बिल्कुल अकेले पड़ गए थे।

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आयकर विभाग ने राजेश खन्ना का बंगला भी सील कर दिया था। दरअसल, काका पर बेनामी संपत्ति में निवेश करने और उसका खुलासा नहीं करने का आरोप लगा था। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उनपर डेढ़ करोड़ रुपए की देनदारी दिखाई थी और ऐसा नहीं करने पर उनका बंगला सील कर दिया था। इस घटना के बाद राजेश खन्ना शराब के नशे में डूबते चले गए। डायरेक्टर अशोक त्यागी ने उनसे जुड़ा इसी दौर का एक किस्सा साझा किया था, जब बंगला सील होने के बाद ‘काका’ को अपने घर के बाहर बैठना पड़ा था।

आशीर्वाद के सामने बैठ गए थे राजेश खन्ना: पत्रकार और चर्चित लेखक यासिर उस्मान राजेश खन्ना की जीवनी में लिखते हैं, राजेश खन्ना की आखिरी फिल्म ‘रियासत’ के डायरेक्टर अशोक त्योगी एक किस्सा भूल नहीं पाते हैं। वह अक्सर राजेश खन्ना से लिंकिंग रोड वाले ऑफिस पर मिला करते थे। तब काका इसी ऑफिस में रहा करते थे। एक शाम दो-तीन पैग लेने के बाद राजेश खन्ना अपनी मारुति 800 कार से अशोक के साथ ड्राइव कर निकल गए और सीधे आशीर्वाद के सामने गाड़ी रोक दी। उस वक्त उनका बंगला इनकम टैक्स विभाग ने सील किया हुआ था।

उस समय हल्की-हल्की बारिश भी हो रही थी। अशोक को ‘काका’ अपने सुनहरे दौर की बातें सुनाने लगे। उन्होंने अशोक को बताया कि जिस बेंच पर वो बैठे हुए हैं, किसी जमाने में उसी बेंच के पास सैकड़ों लोग उन्हें देखने के लिए घंटों इंतजार करते थे। अशोक ने ये सुनने के बाद राजेश खन्ना से कहा, ‘काका जी फिक्र मत करिए, आप देखना हमारी फिल्म के बाद वो फैन फिर से आएंगे।’ इस बात पर राजेश खन्ना ने फीसी सी मुस्कान दी थी।

जब खुद कोल्ड ड्रिंक लेने गए काका: एक ऐसा ही किस्सा वरिष्ठ पत्रकार ने सुनाया था, जब वह राजेश खन्ना से मिलने उनके ऑफिस पर पहुंचे थे। बलजीत परमार ने याद किया था, ‘जब मैंने उनके ऑफिस की डोर बेल बजाई तो उन्होंने खुद दरवाजा खोला था। जबकि इससे पहले उनका बहुत बड़ा स्टाफ हुआ करता था। लेकिन उस समय ऑफिस का नज़ारा बिल्कुल बदला था, क्योंकि वहां न कोई नौकर था और न ही कोई स्टाफ। राजेश खन्ना खुद अपनी कार से मेहमानों के लिए कोल्ड ड्रिंक लेने मार्केट गए थे।’