Rajendra Kumar birthday Sepcial: हिंदी सिनेमा में ‘जुबली कुमार’ का खिताब पाने वाले एक्टर राजेंद्र कुमार तुली का जीवन काफी संघर्षों वाला रहा। अविभाजित भारत के सियालकोट में 20 जुलाई 1929 ( कहीं 1927) को एक समृद्ध परिवार में जन्में राजेंद्र कुमार विभाजन के बाद परिवार संग भारत आ गए थे। विभाजन के हालात के कारण तुली परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी। जिससे उबरने के लिए पिता को कपड़ों का व्यवसाय करना पड़ा।

पिता का दिल्ली में कपड़ों का व्यापार धीरे-धीरे जमता गया। उधर पिता ने अपने एक परिचित से राजेंद्र कुमार के लिए भी बात की। परिचित ने मदद की और राजेंद्र कुमार की नौकरी पुलिस विभाग में लगवा दी। वह भी सब इंस्पेक्टर के पद पर।

दोस्त के बहकावे में आकर चले गए मुंबई</strong>

राजेंद्र कुमार की सब इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी लग गई। लेकिन अपने एक करीबी दोस्त, जो उस वक्त बॉम्बे (अब मुंबई) में रहता था, के बहकावे में आकर ट्रेनिंग पर जाने से दो दिन पहले मुंबई चले गए। दोस्त ने राजेंद्र कुमार को काफी सब्जबाग दिखाए थे। लेकिन जब वह मुंबई पहुंचे तो असलियत का भान हुआ। दोस्त भी वहां संघर्ष कर रहा था। दोस्त से मिले धोखे की वजह से राजेंद्र कुमार काफी आहत हुए और वह शर्म के मारे दिल्ली वापस नहीं जाने का फैसला किया। फिर यहीं से राजेंद्र कुमार का फिल्मों में जाने का संघर्ष शुरू हुआ।

50 रुपए महीने की नौकरी की

इसी दौरान राजेंद्र कुमार की मुलाकात गीतकार राजेंद्र कृष्ण से हुई। उन्हीं दिनोंं वर्मा फिल्म्स नाम की एक कंपनी पतंगा फिल्म बनाने जा रही थी। निर्माता से बात कर गीतकार ने राजेंद्र की नौकरी वहीं लगवा दी। जिसके लिए उन्हें महीने के 50 रुपए मिलते थे। इस फिल्म के लेखन में राजेंद्र कुमार हाथ बंटाते। फिल्म के बनने तक उनकी तनख्वाह 125 रुपए हो गई। और आगे कई फिल्मों से वे बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर भी जुड़े रहे।

मदर इंडिया की कामयाबी के बाद पत्नी को गिफ्ट किया इंपोर्टेड कार

राजेंद्र कुमार का ये सफर होते हुए मशहूर निर्देशक महबूब खान तक पहुंचा। महबूब खान ने राजेंद्र कुमार के साथ कई फिल्में बनाईं जिसें आवाज और मदर इंडिया मुख्य हैं। मदर इंडिया में राजेंद्र कुमार के अलावा सुनील दत्त और नरगिस भी थीं। रिलीज के बाद मदर इंडिया हिट हुई। इसकी कामयाबी के बाद राजेंद्र कुमार बड़े स्टार बन गए। राजेंद्र कुमार ने इसी दौरान पत्नी को इंपोर्टेड कार गिफ्ट किया जो उनका सपना था।