बॉलीवुड के पॉपुलर एक्टर रंजीत अपने विलेन वाले किरदार के लिए काफी फेमस हैं। एक्टर बॉलीवुड की तमाम बड़ी फिल्मों का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, राजेश खन्ना जैसे सभी बड़े सितारों के साथ काम किया है।
अब हाल ही में रंजीत ने पुराने जमाने की फिल्मी पार्टियों से लेकर दिग्गज एक्टर्स के बारे में बड़े खुलासे किए हैं। एक्टर ने बताया कि कैसे एक्टर और फिल्ममेकर राज कपूर ‘मेरा नाम जोकर’ की एक्ट्रेस को गोद में बैठाकर सीन समझाते थे। इसके अलावा उन्होंने बताया कि 70 के दशक की पार्टियां कैसी होती थीं।
राज कपूर बहुत ही गुड लुकिंग थे
रंजीत ने हाल ही में एएनआई के पॉडकास्ट में राज कपूर संग अपनी मुलाकात का एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि “जब मैंने स्टूडियो में एंट्री की तो मैंने उनकी (राज कपूर) की फिल्मों में काम कर चुकीं सभी एक्ट्रेसेस के बड़े-बड़े कटआउट देखे। राज कपूर स्क्रीन पर बिल्कुल वैसे ही बोलते थे जैसे वह असल जिंदगी में बोलते थे। जैसे ही राज कपूर स्टूडियो में आए तो बोले सॉरी रॉनी जी। वह बहुत ही कमाल के गुड लुकिंग इंसान थे। गोरे थे और गाल एकदम लाल थे। उनकी आंखें एकदम चमकीली थीं।”
हीरोइन को गोद में बैठाकर समझाते थे राज कपूर
रंजीत ने आगे कहा कि “उन्होंने हमसे कहा कि ‘मेरा नाम जोकर’ पिक्चर की हीरोइन को गोद में बैठाकर सीन समझाया है। लेकिन ऐसा करते वक्त बिल्कुल भी फ्लर्ट नहीं कर रहे थे। वह हीरोइनों को ‘पुत्तर’ (बेटा) ऐसा कहकर बुलाते थे।” बता दें कि मेरा नाम जोकर में सिमी गरेवाल, धर्मेंद्र, ऋषि कपूर, दारा सिंह, और पद्मिनी जैसी हीरोइनें और हीरो थे। इस फिल्म को बनाने में राज कपूर को पूरे 6 साल लगे थे। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई थी।”
कैसी होती थीं 70s की बॉलीवुड पार्टियां
रंजीत ने आगे बॉलीवुड की पार्टियों के बारे में बात करते हुए कहा कि “मेरे माता-पिता दिल्ली में रहते थे और मैं जुहू में, इसलिए सभी लोग शाम को वहीं इकट्ठा होते थे। कोई रुकावट या फॉर्मेलिटी जैसा कुछ भी नहीं था। रीना रॉय मेरे घर आकर पराठे बनाती थीं, परवीन बाबी घर आकर ड्रिंक्स बनाती थीं, मौसमी चटर्जी मछली पकाती थीं, नीतू सिंह भिंडी बनातीं और घर का माहौल बहुत अच्छा होता था। वहीं मेल गेस्ट में सुनील दत्त, राज कुमार, संजय खान, फिरोज खान, धर्मेंद्र, शत्रुघ्न सिन्हा मौजूद रहते थे। राजेश खन्ना जैसे लोग एक रात में एक से दो बोतल शराब पी जाते थे। पार्टीज की वजह से सारे एक्टर्स अगले दिन की शूटिंग में लेट हो जाते थे। वो लोग 10 बजे की शिफ्ट में 2 बजे के बाद पहुंचते थे।”