Rahul Gandhi: बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित आए दिन सोशल मीडिया पर कुछ न कुछ पोस्ट करते रहते हैं। इस बार राहुल गांधी उनके निशाने पर थे। अशोक पंडित ने राहुल गांधी का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें कांग्रेस नेता सीएए पर बोलते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए पंडित ने राहुल गांधी पर निशाना साधा और लिखा – ‘असेंबली में कुछ पास करने के लिए पहले असेंबली में होना जरूरी होता है राहुल बाबा। जो कि आपके और आपकी पार्टी के लिए असंभव है…।’
अशोक पंडित ने राहुल का जो वीडियो शेयर किया है उसमें कांग्रेस लीडर कहते सुनाई दे रहे हैं- ‘सीएए असम के अगेंस्ट है, उस राज्य के आइडिया के अगेंस्ट है। हम इसे इंप्लिमेंट नहीं होने देंगे।’ राहुल गांधी के इस वीडियो और अशोक पंडित के इस पोस्ट पर लोगों के ढेरों रिएक्शन सामने आने लगे। एक यूजर ने राहुल गांधी की इस बात पर कहा- ‘ये बंदा हमेशा जागते हुए ही सपने देखता है?
सागर नाम के यूजर ने लिखा- ‘इन्होंने जितना पास किया है, पहले उसे फेल करना है, फिर इतना पास करना है कि ये हमेशा बायपास में ही लटके रहें।’ एक यूजर ने मजाकिया अंदाज में लिखा- अरे इंटेलिजेंट बनने की कोशिश कर रहे हैं राहुल बाबा। ओवरएक्टिंग देखिए। एक यूजर ने लिखा- धन्य हैं आप बाबा, आपके लिए शब्द नही हैं हमारे पास। एक यूजर ने लिखा- फालतू लोगों को जवाब देना, अपना समय ख़राब करना होता है अशोक जी, और खामखा उसे फुटेज मिल जाती है।
To pass something in the assembly you have to be in assembly Rahul Baba which is impossible for your party. #AssamAssemblyElections2021 pic.twitter.com/Kb2y1RBa2l
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) March 30, 2021
बता दें, राहुल गांधी को 30 मार्च को असम दौरे पर जाना था, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से राहुल गांधी लोगों के बीच नहीं पहुंच सके। ऐसे में राहुल ने एक वीडियो के जरिए लोगों तक अपना संदेश पहुंचाया।
इस दौरान राहुल गांधी ने अपने गले में एक गमछा लटकाया हुआ था, जिसके जरिये लोगों को एक संदेश देने की कोशिश की गई थी। गमछे पर दोनों तरफ सीएए लिखा था और उसे क्रॉस किया गया था। इस तस्वीर का संदेश साफ था कि कांग्रेस असम में सीएए के खिलाफ है।
राहुल ने इस वीडियो को ट्विटर पर पोस्ट किया था। अपने वीडियो संदेश में राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें चुनाव प्रचार के लिए मंगलवार को असम आना था, लेकिन खराब मौसम के चलते वो नहीं आ सके। सीएए को असम के इतिहास, संस्कृति और भाषा पर हमला करार देते हुए राहुल ने कहा कि अगर उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आती है तो वह CAA को लागू नहीं होने देंगे।