कश्मीर में राहुल भट्ट की हत्या के बाद एक बार फिर कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। राहुल भट्ट की हत्या के बाद जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने बयान दिया है। फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि अगर एक दूसरे को नजदीक आना है तो ये नफरत खत्म करनी पड़ेगी।
फारुख अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैंने कहा है कि ये जो कश्मीर फाइल्स फिल्म बनवाई है, इसे नफरत फैलाई जा रही हैं। क्या ये सच है कि एक मुसलमान, एक हिन्दू को मारेगा और उसकी पत्नी को खून से सने चावल को खाने के लिए कहेगा? क्या ये हो सकता है? क्या हम इतने गिरे हुए हैं? मैंने कहा कि ये फिल्म बेबुनियाद है, इसने नफरत पैदा की है। मुसलामानों पर जो जुल्म हो रहा है, वो हमारे युवाओं में एक लहर पैदा कर रहा है।’
फारुख अब्दुल्ला के बयान पर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने जवाब दिया है। अशोक पंडित ने ट्विटर पर लिखा कि ‘फारुख अब्दुल्ला आपको शर्म आनी चाहिए, राहुल भट्ट की हत्या और कश्मीर के हालात का जिम्मा आपने कश्मीर फाइल्स फिल्म पर थोप दिया है। आपकी उम्र हो गई है, आपको कुछ भी बोलने से पहले अपने बेटे से सलाह लेनी चाहिए। आपको जवाब देना चाहिए कि कश्मीर में आतंकवाद को पनपाने, बढ़ावा देने, पालने पोसने के लिए कौन जिम्मेदार हैं?’
एक वीडियो शेयर करते हुए अशोक पंडित ने कहा कि ‘आप ही तो हमारे नरसंहार के लिए जिम्मेदार हैं, आप ही तो हमारी महिलाओं के बलात्कार के लिए जिम्मेदार हैं। आपने ही सब कुछ किया और आप भूल गये? एक फिल्म जिसने आपको एक्सपोज किया तो आप उससे डर गये? आप कमजोर थे लकिन इतने कमजोर थे, इसकी आपसे उम्मीद नहीं थी।’
सोशल मीडिया पर लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि ‘अब बात गांव में भी फैल चुकी है, गांव के लोग भी जागृत हो चुके हैं। अब तुम लोगों का अंत निश्चित है।’ संग्राम नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जब कश्मीर फाइल्स नहीं बनी थी, तब तो कश्मीर में शांति थी। वाह! अब्दुल्ला जी क्या लॉजिक है।’
गोविंद सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कश्मीरी पंडितों को बचाना है तो मुफ्ती,अब्दुल्ला जैसे नेताओं की दुकानों और इनके मुंह पर बैन लगाओ?’ उस्मान नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पूरा तमाशा देखने के बाद कहा जा रहा है कि इस तमाशे को अब बैन करो।’ अरविंद गोयल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘दिल में हमदर्दी होती तो कश्मीरी हिंदुओं के साथ वह भयानक घटना नहीं होती।’