वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ट्विटर पर बेहद एक्टिव रहते हैं और हर मुददे पर अपनी राय रखते हैं। बिहार विधानसभा चुनाव और उसके नतीजों पर भी उनके ट्वीट्स लगातार आते रहे हैं। अब उन्होंने एक और ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, ‘कोई तो कहे.. लोकतंत्र ईवीएम से हार गया।’
उनके इस ट्वीट पर लोग अलग अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया देने लगे। अरुणेश मणि त्रिपाठी नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘बीजेपी कहती है तीन तलाक 21 देशों में बैन है। मगर बीजेपी ये नहीं कहती कि विकसित देशों के चुनाव में ईवीएम बैन है।’ जईम खान नाम के यूज़र ने लिखा, ‘मजाक सा बना दिया है इस गंभीर मुद्दे का इसलिए बड़े – बड़े नेता बोलने से कतरा रहे हैं। हमने रैलियों की भीड़ देखी है। हां हम डंके की चोट पर बोल सकते हैं कि ईवीएम चोरी हो रही है पिछले कई चुनाव से। दिल्ली जैसे राज्य ईवीएम का पाप धोने के काम आते हैं।’
गुलाब चौहान ने पुण्य प्रसून बाजपेयी को जवाब देते हुए लिखा, ‘जीत जाओ तो लोकतंत्र की जीत और हार जाओ तो ईवीएम हैक।’ रोफल गांधी नाम के एक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘लोकतंत्र ईवीएम से हार गया इसमें कोई दो राय नहीं.. लेकिन लोकतंत्र में चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाएं, इसमें भाजपा और कुछ पत्रकारों को तकलीफ़ है।’
कोई तो कहे…
लोकतंत्र ईवीएम से हार गया…— punya prasun bajpai (@ppbajpai) November 16, 2020
बी पी शर्मा नाम के यूज़र लिखते हैं, ‘जब तक लोगों का संशय ईवीएम पर है तब तक चुनाव निष्पक्ष नहीं माना जा सकता। निष्पक्षता के लिए जनता का विश्वास ईवीएम पर होना अनिवार्य है। जिन देशों ने ईवीएम का निर्माण किया उन देशों को भी ईवीएम पर विश्वास नहीं है। वो देश अपने यहां बैलेट पेपर से चुनाव करवाते हैं। ईवीएम हटाएं और लोकतंत्र को बचाएं।’
इससे पहले भी पुण्य प्रसून बाजपेयी लगातार ट्वीट्स कर बिहार चुनाव के नतीजों पर बोलते रहे हैं। उन्होंने चुनाव के दौरान नीतीश कुमार को कमज़ोर बताया था और आरजेडी के जीतने की उम्मीद जताई थी। तेजस्वी यादव की रैलियों में उमड़ती भीड़ को देख अधिकतर लोग कह रहे थे कि इस बार बिहार में नेतृत्व बदल सकता है। लेकिन नतीजे ठीक इसके उलट आए और नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बन गए। नतीजों को लेकर कई लोगों की तरह पुण्य प्रसून बाजपेयी ने भी ईवीएम पर सवाल उठाए।